बिलासपुर, 03 नवंबर - नयनादेवी से कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल ठाकुर ने भाजपा प्रत्याशी बताएं कि दो बार विधायक रहने के बावजूद कितनी बार जनता के बीच विधायक निधि के आवंटन बारे जनता के समक्ष श्वेतपत्र रखा। मैंने हर साल अपनी विधायक निधि का श्वेतपत्र जनता के समक्ष रखा है।
विधायक निधि हर कहीं नहीं दी बल्कि जहां भी लोगों ने कहा वहां पर विकास कार्यों के लिए पैसा दिया गया। विकास कार्यों के लिए गांव गांव विधायक निधि का पैसा आवंटित किया है और इसका प्रत्येक साल बाद जनता को व्हाईट पेपर देता था। इसके अलावा विधायक को मिलने वाली सारी ग्रांट भी पीजीआई व शिमला आईजीएमसी में ईलाज करवाने वाले बीमारीग्रस्त लोगों को दी गई है।
बुधवार को टेपरा, काटल, डाबर, पोहणी, छेता, पुरबर, नाबडू और त्यामण गांवों में चुनाव प्रचार किया और चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक दो बार हलके का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। एक बार सरकार में और एक बार विपक्ष में। बताएं कि कितनी बार उन्होंने अपनी विधायक निधि का ब्यौरा जनता के बीच रखा? उन्होंने कहा कि 1985 से विधायक और मंत्री के रूप में इस हलके का प्रतिनिधित्व किया है और नब्बे फीसदी विकास कांग्रेस की सरकारों के समय हुआ।
भाजपा के पास गिनाने के लिए कुछ भी नहीं है। और तो और देश के प्रधानमंत्री आए और अधूरे एम्स का उदघाटन करके चले गए। ऐसा ही 2017 के चुनाव के समय किया गया था। कहलूर स्टेडियम में आए और नींव पत्थर रखकर एक रैली को संबोधित करके चले गए। जिस एम्स को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ड्रीम प्रोजेक्ट बताते हैं असल में वह मनमोहन सरकार के समय स्वीकृत हुआ था।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के केंद्र में सत्ता में आने के बाद श्रेय लेने के लिए एम्स दिया लेकिन उस समय एम्स को कोठीपुरा में स्थापित करने के लिए लड़ाई लड़ी गई और सौ से डेढ़ सौ लोगों का प्रतिनिधिमंडल लेकर उस समय के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिले थे और उनसे कोठीपुरा में एम्स की स्थापना करने का आग्रह किया था। उन्होंने बताया कि सच्चाई यह है कि उस समय पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल व वर्तमान में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर एम्स को हमीरपुर में खोलना चाहते थे।
यही नहीं, उस समय की कांग्रेस सरकार के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री कौल सिंह ठाकुर मंडी और मंत्री जीएस बाली कांगड़ा में खोलना चाहते थे लेकिन हम वीरभद्र सिंह के धन्यवादी हैं जिन्होंने कोठीपुरा में स्थापित करने के लिए स्वीकृति प्रदान की। ऐसे में एम्स खोलने का निर्णय तो उस समय की कांग्रेस सरकार को करना था और सरकार ने बिलासपुर के लिए किया भी। अब सवाल यह है कि 750 बैडिड एम्स अस्पताल में सौ बैड भी सही तरीके से शुरू नहीं किए जा सके हैं और मात्र दो ओटी के सहारे काम चल रहा है। मरीजों को शिमला रैफर किया जा रहा है। ऐसे में एम्स अभी तक रेफरल अस्पताल ही बना है। जनता को बड़ा अस्पताल होने का सही मायने में लाभ ही नहीं मिल पा रहा।
रामलाल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने जब 2017 का चुनाव जीता था और अगले की तैयारी शुरू कर दी थी। वह पांच साल तक जनता के बीच ही रहे और हर गांव व पंचायत में विकास के कार्य करवाए हैं। चुनाव से पहले ही तीन से चार बार पूरी विधानसभा को कवर किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि दिक्कत उनको है जो पांच साल तक जनता के बीच गए ही नहीं और सरकार अपनी होने के बावजूद हाशिये पर रहे।
भाजपा संबंधित प्रधानों ने लटकाए रखा विकास का पैसा
कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने कोई भी भेदभाव किए भाजपा से ताल्लुक रखने वाले पंचायत प्रधानों को तीन से चार लाख रूपए विकास कार्यों के लिए आवंटित किए लेकिन उस ओर से काम ही नहीं करवाया गया। कहीं कांग्रेस विधायक को श्रेय न मिल जाए ऐसा प्रयास किया गया और इसलिए विकास कार्यों को लटकाया जाता रहा। जिसका जनता को लाभ नहीं मिल पाया।
अनुराग से पूछा सवाल, नयनादेवी हलके में कितना लगाया सांसद निधि का पैसा
उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से सवाल उठाया है कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में 17 विधानसभा क्षेत्र हैं। ऐसे में सांसद निधि का कितना पैसा नयनादेवी हलके में लगाया गया इसका ब्यौरा जनता के समक्ष रखें। दयोथ में मीटिंग के दौरान अनुराग ठाकुर ने भाजपा प्रत्याशी को सरकार बनने पर बड़ी जिम्मेदारी मिलने का दावा किया है लेकिन एक सच्चाई पिछले चुनाव की भी है। उस समय धूमल साहब भी कह गए थे लेकिन खुद तो हारे ही, सारे चेले भी हार गए।