बहसबाजी इतनी बढ़ गई कि डंडे बरसने लगे तथा इस दौरान दयाराम (60) पुत्र मनसाराम घायल हो गया। घायल को नयनादेवी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया, जहां से उसे ऊना अस्पताल रैफर किया। ऊना में भी जब हालत नहीं संभली तो डॉक्टरों ने उसे पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया तथा गत शाम दया राम ने पीजीआई में दम तोड़ दिया।
दया राम 2 वर्ष पहले ही स्कूल से चपरासी के पद से सेवानिवृत्त हुआ था। इस संदर्भ में पुलिस ने धारा 302 के अंतर्गत मामला दर्ज कर जोगिंदर पुत्र गीताराम, शशि पाल पुत्र जोगिंदर, रमणा देवी पत्नी जोगिंदर सिंह, रामकुमार पुत्र राजकुमार व केशवदास पुत्र जोगिंदर को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की पुष्टि डीएसपी नयनादेवी शेर सिंह ने की है।