शिमला:- एचआरटीसी बसों में महिलाओं को 50 प्रतिशत किराए में छूट देने से राजधानी शिमला सहित प्रदेश भी में निजी बस चालक परिचालकों के रोजगार पर संकट आ गया है। प्राईवेट मिनी बस ड्राईवर्ज एवं कंडक्टर यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि 1 जुलाई से प्रदेश भर में एचआरटीसी की बसों में महिलाओं को किराए में 50 प्रतिशत छूट मिलेगी।
प्राईवेट मिनी बस ड्राईवर्ज एवं कंडक्टर यूनियन कमल ठाकुर, यूनियन सचिव अखिल गुप्ता ने कहा कि 1 जुलाई के बाद सरकारी बसों में महिलाओं को 50 प्रतिशत छूट मिलेगी जिससे निजी व सरकारी में प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी। वहीं निजी बसें चला रहे चालक व परिचालक की रोजगार भी संकट आ जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले से ही एचआरटीसी की बसों में और निजी बसों के किराए में बहुत अन्तर है। जहां एचआरटीसी की बसों में 10 प्रतिशत से 20 प्रतिशत की छूट अलग-2 कार्डो पर मिलती है ऐसे में निजी बसों में परिचालकों की बहुत बार किराए को लेकर लोगों के साथ बहस हो जाती है।
उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत की छूट के बाद चालक परिचालक के रोजगार को खतरा उत्पन्न हो गया है। जहां पहले से ही जाम के कारण निजी बसें अपने निश्चारित रूट को पूरा नहीं कर पा रहे है जिस कारण बसों की आय पहले से कम हो गई है। 50 प्रतिशत की छूट मिलने के बाद निजी बसों की आय और भी कम हो जाएगी जिससे चालक परिचालक अपने रोजगार को सुरक्षित नहीं मान रहे।