वार्ड में भरे पानी को निकालने के लिए लगाए गए सिस्टम को खोलना पड़ा।
जब वार्ड से सारा पानी निकाला गया तब वहां इलाज संभव हो सका । यहां पर न तो मरीज और न ही डॉक्टर के चलने के लिए जगह बची हुई थी। सभी इलाज तो दूर अपने आप को बचाने में लगे हुए थे। शहर में पिछले तीन महीने से बारिश नहीं हुई थी। शहर की नालियां और छत ब्लॉक हो चुकी थी ।
इस कारण पानी की निकासी नहोने के कीरण पानी भवनें के अंगर चला गया था। वार्ड में 50 से अधिक मरीजों का उपचार चल रहा था। पानी भरने के बाद वार्ड में अफरा-तफरी मच गई। पानी की निकासी का काम शुरु अस्पताल के स्टाफ के आने के बाद हुआ। करीब दो घंटे अस्पताल में ऐसी स्थिति बनी रही। मरीज अपने इलाज के लिए दो घंटे इंतजार करते रहे।