पेपर लीक मामले के आरोपी संदीप टेलर की पत्नी भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं। फिलहाल दोनों जांच टीमें राजस्थान में खाक छान रही हैं। दवा कंपनी का आरोपी मालिक दिनेश बंसल सीकर में अपने साथी को दवाएं सप्लाई करता था। अब यह दवा विक्रेता अंडरग्राउंड हैं। इसे पकड़ने की कोशिश के साथ ही नारकोटिक्स की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने आरोपी के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश करने की तैयारी कर ली है।
पुलिस छानबीन में यह सामने आया है कि 2018-19 में पंजाब में ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के उल्लंघन में जैनेट कंपनी का थोक दवा लाइसेंस रद्द हो चुका है। कंपनी ने 2019 में हिमाचल के सोलन जिला के बद्दी में अपना थोक दवा कारोबार शुरू किया था। पंजाब के बरनाला में भी कंपनी की एक फार्मा फैक्टरी चल रही थी।
बीते दो साल के भीतर प्रतिबंधित और नशीली दवाओं के अवैध कारोबार से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेन-देन कंपनी ने किया है। बंसल पुलिस की गिरफ्त में है। एसआईटी अब सीकर में छिपे बंसल के साथी को खोजने में जुटी है।
बीते दो साल के भीतर प्रतिबंधित और नशीली दवाओं के अवैध कारोबार से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेन-देन कंपनी ने किया है। बंसल पुलिस की गिरफ्त में है। एसआईटी अब सीकर में छिपे बंसल के साथी को खोजने में जुटी है।
पेपर लीक मामले में एक गिरोह के किंपपिन संदीप टेलर को पकड़ने के लिए भी हिमाचल पुलिस वहां डटी है। पुलिस ने टेलर के घर पर भी दबिश दी लेकिन वह फरार है। यहां तक कि आरोपी की पत्नी स्कूल अध्यापिका भी पकड़ से दूर है।