उन्होंने अनौपचारिक बातचीत में कहा कि कई बार देखा गया है कि टिकट आबंटन में पिछड़ जाने के चलते नुक्सान होता है। टिकट आबंटन के दौरान कई दफा महत्वपूर्ण बात को ध्यान में नहीं रखा जाता है। हर विस क्षेत्र से टिकट के कई दावेदार होते हैं। एक कहता है कि मुझे मिलना चाहिए, दूसरा कहता है उसे ही मिलना चाहिए।
ऐसे में निर्णय हुआ है कि सर्वे को टिकट का आधार बनाया जाएगा और जीतने की क्षमता रखने वालों को ही टिकट दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि टिकट जिसे भी मिले, उसकी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी पूरी एकजुटता से काम करेंगे।
नहीं चलेगी जुगाड़बाजी
कांग्रेस में टिकट आबंटन के लिए सर्वे का फॉर्मूला चुनाव लड़ने के इच्छुक कई चेहरों के समीकरण बिगाड़ सकता है। इसके तहत ऐसे चेहरे जो धरातल पर काम करने की अपेक्षा नेताओं की परिक्रमा ज्यादा करते हैं, उनकी टिकट पाने की राह आसान नहीं होगी।