बिलासपुर : पिछले दिनों AIIMS के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा का संचालन किया गया। अब बंदला रूट पर भी इलेक्ट्रिक बस सेवा के संचालन की मांग की जा रही है। हालांकि बंदला रूट पर ओवरलोडिंग की समस्या बहुत रहती है, जिसके कारण हादसा होने का डर बना रहता है। बंदला में हाइड्रो कॉलेज बनने के बाद अब दिन प्रतिदित सवारी बढ़ रही है जिससे नए रूट लगाने की मांग बढ़ रही हैं।
इसी संबंध में राइट यूनिट बिलासपुर अध्यक्ष अनिल कश्यप RM बिलासपुर से मिले और बंदला रूट पर इलेक्ट्रिक बस सेवा चलाने की मांग की है उम्मीद है जल्दी ही बंदला के नए रूट पर इलेक्ट्रिक बस सेवा का संचालन किया जाएगा। बस सेवा के संचालन से ओवरलोडिंग की समस्या से भी निजात मिलेगी। RM बिलासपुर का कहना था की चढ़ाई में इलेक्ट्रिक बस ज्यादा चार्जिंग की खपत करेगी। इनका कहना है आज आरएम बिलासपुर को लिखित में इलेक्ट्रिक बस सेवा संचालन के लिए लिखित में मांग पत्र दे दिया जाएगा। यदि फिर भी बस का संचालन नहीं किया जाता है तो ओवरलोडिंग की जिम्मेदारी RM बिलासपुर ले लें ।
अनिल कश्यप का कहना है इस संबंध में गोल्डस्टोन कंपनी से हिमाचल सरकार ने यह इलेक्ट्रिक बसें खरीदी है उस कम्पनी के अधिकारी यश भट्ट से मेरी बात हुई है उनका कहना है चार्जिंग की खपत में कोई बदलाव नहीं होता है सिर्फ मात्र 5% का फर्क है।
उदाहरण के लिए यदि दिल्ली जैसे शहरों में 100 किलोमीटर के लिए 720 रूपए बिजली की खपत होती है तो हिमाचल प्रदेश में 100 किलोमीटर के 738 रूपए बिजली की खपत होगी जिसमें 18 रूपए का बदलाव है जोकि पेट्रोल और डीजल के मुकाबले कुछ भी नहीं है।
कम्पनी के अधिकारी ने यह भी बताया की सीटिंग कैपेसिटी से ऊपर लगभग 20 लोग आराम से इस बस में सफर कर सकते है मतलब 25 सीटर के साथ 20 लोग आराम से इस 9 मीटर इलेक्ट्रिक बस में सफर कर सकते हैं।
इसलिए आरएम बिलासपुर से निवेदन है की जल्द से जल्द बस का ट्रायल करवाकर बंदला रूट पर इलेक्ट्रिक बस सेवा का संचालन किया जाए। जिससे लोगों को ओवरलोडिंग की समस्या से निजात मिल सके।