शिमला : जब जब चुनाव नजदीक आने लगते है वैसे ही सरकारें जनता की मांगों को मानने लगती है परंतु सरकार के कार्यकाल के पहले साल से लेकर चौथे साल तक अगर बात की जाए तो जनता की मांगों पर सरकार बहुत कम गौर करती है ।
वैसे ही हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कार्यकाल का अंतिम वर्ष है तो इस समय जनता को लुभाने के लिए सरकार तरह-तरह के पैंतरे खेल रही है उसमें चाहे सीमेंट सस्ता करना को या बिजली की कुछ यूनिट मुफ्त करनी हो । इस तरह से प्रदेश सरकार जनता को लुभाने का प्रयास कर रही है ।
वहीं वर्तमान सरकार के कार्यकाल में बहुत बार सीमेंट के दाम बढ़ चुके है परंतु उस समय सरकार व कंपनियों ने जनता को लूटने का धंधा चालू रखा। तब सरकार चुपचाप बैठी रही। जैसे ही चुनाव नजदीक आने लगे तब उद्योग मंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जनता को बताने लगे की जल्द ही अब सीमेंट के दामों में गिरावट आएगी।
चार सालों में मंत्री साहब को क्या सीमेंट के दामों में बढ़ोतरी नजर नहीं आई। अब ऐसा क्या हो गया जो पहले नहीं हो सकता था। उदाहरण के लिए जहां पर 100 रूपए बढ़ाकर 10 रूपए कम करे सरकार वहीं तो सरेआम जनता को बेवकूफ बनाया जाता है ।