शिमला : 3 फीसदी डीए की किस्त जारी करने के बाद राज्य सरकार ने कर्मचारियों को नए वेतनमान में 15 फीसदी वेतन वृद्धि का तीसरा विकल्प दिया है। ऐसे में 2.25 और 2.59 विकल्प से नाराज कर्मचारी तीसरा विकल्प चुन सकते हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 25 जनवरी को पूर्ण राज्यत्व दिवस के अवसर पर सोलन में कर्मचारियों को तीसरा विकल्प देने की घोषणा की थी।
राज्य के कर्मचारियों को पंजाब की तर्ज पर यह लाभ दिया जाएगा। वित्त विभाग की तरफ से इस आशय संबंधी आदेश जारी कर दिए गए हैं। ये आदेश सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों एवं सरकार से संबद्ध सभी कार्यालयों को जारी किए गए हैं।
3 भागों में बांटा गया तीसरा विकल्प
कर्मचारियों को तीसरा विकल्प देने के लिए इसे 3 भागों में बांटा गया है। पहला भाग यह कि 1-1-2016 से पहले और 31-12-2015 के बीच में जिन कर्मचारियों की बेसिक पे तथा 113 फीसदी डीए मिला है, वे 15 फीसदी वेतन वृद्धि के तीसरे विकल्प को चुन सकते हैं। दूसरे भाग ऐसे कर्मचारी इसका लाभ ले सकते हैं जो 1-1-2017 और 2-1-2022 के बीच सरकारी सेवा में आए हैं और जिनको 113 फीसदी डीए भी मिला है, वे 15 फीसदी वेतन वृद्धि के तीसरे विकल्प को चुन सकते हैं।
इसके अतिरिक्त तीसरी श्रेणी में वे कर्मचारी हैं जिन्होंने 1-1-2016 के बाद 2-1-2022 के बीच पदोन्नति लाभ लिया है, वे भी 15 फीसदी वेतन वृद्धि का लाभ ले सकते हैं। इस तरह राज्य सरकार के सभी कर्मचारी सरकार की ओर से दिए गए तीनों विकल्पों 2.25, 2.59 और 15 फीसदी वृद्धि में से किसी को भी चुन सकते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से 15 फरवरी तक का समय दिया गया है। उल्लेखनीय है कि राज्य के कर्मचारियों को 1 जनवरी, 2016 से नया वेतनमान प्रदान करने और जनवरी, 2022 का वेतन संशोधित वेतनमान के अनुसार फरवरी, 2022 में देने की घोषणा की गई है।
कर्मचारी महासंघ को मिली बड़ी जीत
अश्विनी ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ को यह बढ़ी जीत मिली है। ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार की ओर से अश्विनी ठाकुर को जेसीसी के लिए बुलाए जाने के बाद पंजाब की तर्ज पर नए वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने की घोषणा की गई।
उसके बाद सरकार की तरफ से दिए गए 2 विकल्पों से जब कर्मचारी नाराज नजर आए तो तीसरे विकल्प के मसले पर ही महासंघ के साथ चर्चा की गई। महासंघ के अध्यक्ष अश्विनी ठाकुर ने इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार जताया है।