हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा बुधवार को आयोजित कैबिनेट की बैठक में जहां कई बड़े फैसले लिए गए। तो वहीं प्रदेश भर में चल रही ठेकेदारों की हड़ताल पर भी उन्होंने अपना बयान दिया है। लेकिन जिला कुल्लू में ठेकेदार सरकार के इस आश्वासन के बाद भी हड़ताल तोड़ने को तैयार नहीं है।
जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में लोक निर्माण विभाग के कार्यालय के बाहर ठेकेदारों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। तो वही ढालपुर से लेकर लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता के कार्यालय तक एक रोष रैली भी निकाली गई। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार के द्वारा कोई सकारात्मक फैसला ना लेने पर भी अपना विरोध व्यक्त किया और अधीक्षण अभियंता को एक मांग पत्र भी सौंपा।
ठेकेदारों का कहना है कि एम व एक्स फार्म का समाधान अभी भी नहीं निकल पाया है। हालांकि सरकार के द्वारा कैबिनेट की बैठक में इसके बारे में चर्चा की गई है लेकिन यह इस तरह से इसे मूर्त रूप दिया जाएगा। इसके बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
धरने पर बैठे ठेकेदार संदीप शर्मा का कहना है कि जब बीते साल से ही इस बारे में सरकार को कई बार मांग पत्र सौंपे गए थे। तो उस समय से अगर सरकार हरकत में आई होती तो आज ठेकेदारों को विकास कार्य न रोकने पढ़ते और ना ही ठेकेदारों को इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ठेकेदारों का कहना है कि सरकार ने कैबिनेट की बैठक में जो फैसला लिया है। फिलहाल वे उससे संतुष्ट नहीं है और जब तक इस फैसले का पूरी तरह से प्रारूप तैयार नहीं हो जाता है। तब तक वह अपनी हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए जारी रखेंगे।