इस दौरान ओल्ड बस स्टैंड की टनल में कुछ देर के लिए जाम लगा हुआ था। पुलिस का एक जवान वहां पर बस और अन्य गाड़ियों को हटा रहा था। चालकों के साथ उसका आचरण उचित नहीं था। इसके बाद वह उनकी गाड़ी के पास आया और उस पर हाथ मारकर कहा कि जल्दी से गाड़ी निकालो।
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि मैंने उन्हें समझाया कि वह बदसलूकी से बात न करें। अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि वह विधायक हैं और शिमला में ही रहते हैं। इस पर पुलिस जवान ने कहा कि मैंने कई मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक और अधिकारी देखे हैं। मुझे इसकी कोई परवाह नहीं है। इसके बाद उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों से इसको लेकर बात की। अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि वह पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा के शिमला दौरे में व्यस्त थे, जिसके चलते वह मामले की शिकायत नहीं कर पाए।
शुक्रवार को उन्होंने पुलिस अधिक्षक शिमला डॉ. मोनिका से इस संबंध में बात की और पूरी घटना के बारे में शिकायत भी दी है तथा मामले में जांच की मांग की है। उन्होंने विधानसभा की प्रिवलेज कमेटी से भी इस मामले की शिकायत की है। उन्होंने कहा कि जब पुलिस कर्मचारियों का व्यवहार चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ इस तरह का है तो आम जनता के साथ कैसा होगा।