बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के उपमंडल स्वारघाट में बारिश के बीच घर जा रहे एक व्यक्ति की पैर फिसलने कर ढांक से गिरने से मौत हो गई। इस मौत का कारण फोरलेन के चलते की गई खुदाई बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार उपमंडल स्वारघाट के गांव गरा का निवासी 66 वर्षीय राम आसरा वीरवार देर रात को जब अपने घर जा रहा था तो बारिश के चलते सड़क पर पड़े कीचड़ पर उसका पैर फिसल गया। इससे वह करीब करीब 200 मीटर नीचे गहरीई में स्थित एनएच 205 में जा गिरा।
रामआसरा की दर्द से चिलाने की आवाज सुनकर गांववासियों ने उसे खाई से निकाला और गंभीर हालत में आनंदपुर अस्पताल पहुंचाया। यहां रामआसरा ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि यह ढांक फोरलेन के काम में लगी कंपनी ने कटिंग करके बनाई है। इस कारण रास्ते पर कीचड़ है और पैदल चलने वाले को खाई की तरह से किनारे से होकर जाना पड़ता है। इसी के चलते राम आसरा को जिंदगी से हाथ धानो पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी यहां से ग्रामीणों के पालतू पशु खाई में गिरकर मर चुके हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध मे पहले भी वे प्रशासन के गुहार लगा चुके हैं, लेकिन प्रशासन किसी की जान जाने का इंतजार कर रहा था। ग्रामीणों ने दोटूक कहा है कि अगर राम आसरे की मौत के लिए फोरलेन कंपनी के खिलाफ लापरवाही बरतने की कानूनी कार्रवाई ना की गई तो वे कड़ा कदम उठाने को मजबूर होंगे। वहीं स्थानीय पंचायत के प्रधान बहादुर सिंह ठाकुर ने इस हादसे पर गहरा दुख प्रकट किया और सिविल हॉस्पिटल आनंदपुर साहब जाकर मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाई।