इसके अलावा दसवीं व 12वीं कक्षा की टर्म-1 परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की आंसरसीट का मूल्यांकन शिक्षकों द्वारा घरों में किया जा रहा है। करीब 8185 अध्यापक आंसरसीट का मूल्यांकन कर रहे हैं। बोर्ड की मानें तो 12 व 13 जनवरी तक यह मूल्यांकन कार्य समाप्त हो जाएगा तथा आंसरसीट को वापिस बोर्ड कार्यालय में मंगवा लिया जाएगा।
करीब 61 उत्तरपुस्तिका वितरण एवं प्राप्ति केंद्रों का निर्माण किया गया है। आंसरसीट का मूल्यांकन के उपरांत अध्यापक इन्हीं उत्तरपुस्तिका वितरण एवं प्राप्ति केंद्रों में आंसरसीट पहुंचाएंगे, जहां से बोर्ड के कर्मचारी बोर्ड ले आएंगे। दसवीं श्रेणी के नियमित परीक्षार्थियों की परीक्षाएं 20 नवम्बर से शुरु हुई हैं जिसका समापन 3 दिसम्बर को हो गया है, जबकि 12वीं कक्षा की टर्म-1 परीक्षाएं 18 नवम्बर से शुरु हई हैं जिसका समापन 9 दिसम्बर को होगा।
करीब 61 उत्तरपुस्तिका वितरण एवं प्राप्ति केंद्रों का निर्माण किया गया है। आंसरसीट का मूल्यांकन के उपरांत अध्यापक इन्हीं उत्तरपुस्तिका वितरण एवं प्राप्ति केंद्रों में आंसरसीट पहुंचाएंगे, जहां से बोर्ड के कर्मचारी बोर्ड ले आएंगे। दसवीं श्रेणी के नियमित परीक्षार्थियों की परीक्षाएं 20 नवम्बर से शुरु हुई हैं जिसका समापन 3 दिसम्बर को हो गया है, जबकि 12वीं कक्षा की टर्म-1 परीक्षाएं 18 नवम्बर से शुरु हई हैं जिसका समापन 9 दिसम्बर को होगा।
मैट्रिक कक्षा की परीक्षा में 90635 परीक्षार्थी तथा जमा-2 परीक्षा में लगभग 87872 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी है। उधर हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि करीब 900 प्राइवेट व सरकारी स्कूलों ने दसवीं व 12वीं के विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल और इंटरनल असेस्मेंट के अंक अभी तक अपलोड नहीं किए हैं। स्कूलों को जल्द अंक अपलोड करने के लिए कहा गया है।
ऑनलाइन पंजीकरण प्रवेश की तिथि 20 तक बढ़ी
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा हि.प्र. राज्य मुक्त विद्यालय के अंतर्गत मार्च 2022 में आयोजित करवाई जाने वाली आठवीं, दसवीं व जमा-2 कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण (प्रवेश) तिथि को 20 जनवरी तक (विलम्ब शुल्क 1500 रुपए के साथ) बढ़ाया गया है। सभी प्रकार के आवेदन केवल ऑनलाइन ही स्वीकृत किए जाएंगे। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सोनी ने कहा कि स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा एन.ई.पी.-2020 को लागू करने के फलस्वरुप केवल नियमित परीक्षाओं के परीक्षा प्रणाली में ही बदलाव हुए हैं। एच.पी.एस.ओ.एस. में पूर्व वर्षों की भांति ही परीक्षाओं का संचालन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 20 जनवरी के बाद कोई भी प्रवेश पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे।