स्थानीय निवासियों गंगी देवी, शेर सिंह, चमन लाल व लोभी राम ने बताया कि यह सब फोरलेन अथॉरिटी के अधिकारियों के मनमाने व अवैज्ञानिक तरीके से पहाड़ की कटिंग करने का नतीजा है, जिससे पूरा का पूरा पहाड़ नीचे आ रहा है।
शनिवार देर शाम को औट के पास भी पूरी पहाड़ी खिसकने से लोगों के घरों को नुक्सान पहुंचा है। लोगों का कहना है कि फोरलेन सड़क से यहां स्थानीय निवासियों के घरों, घासनी, बगीचे व पशुओं को नुक्सान हो रहा है और धूल, मिट्टी से बुरा हाल है तथा धूल, मिट्टी के लिए पानी का छिड़काव भी नहीं हो रहा है।
फोरलेन अथॉरिटी के पास नहीं कोई जवाब
फोरलेन प्रभावित किसान संघ के प्रधान नरेश कुमार ने कहा कि अभी औट में गत दिन फोरलेन अथॉरिटी के अधिकारियों व प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी उसमें भी सड़क की कटिंग गलत तरीके से किए जाने की शिकायत की थी, लेकिन फोरलेन अथॉरिटी अपनी गलती मानने को तैयार नहीं थी जिसका नतीजा यह हुआ कि अब पहाड़ पूरा का पूरा खिसकने लगा है। अब फोरलेन अथॉरिटी के अधिकारियों के पास इस बात का उत्तर भी नहीं होगा।
जल्द नहीं हुई कार्रवाई तो करेंगे प्रदर्शन
औट पंचायत प्रधान ने सरकार व जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि दलौट व औट में हुए भूस्खलन से लोगों को हुए नुक्सान का जायजा लिया जाए और प्रभावित लोगों को नुक्सान की भरपाई शीघ्र की जाए, वहीं फोरलेन अथॉरिटी के अधीन कार्यरत कंपनी से जवाब तलबी की जाए। गंगी देवी, शेर सिंह, चमन लाल व लोभी राम ने प्रशासन से चेताया कि यदि इस बात को हल्के में लिया गया तो गांववासी सरकार व फोरलेन अथॉरिटी के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
मलबे को हटाने के कंपनी को दिए निर्देश
उधर, एसडीएम बालीचौकी पारस अग्रवाल ने कहा कि मौके पर नायब तहसील को भेजा गया था। पहाड़ से गिर रहे मलबे को हटाने के एफकॉन कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।