सम्बोधन में विक्टोरिया क्रास विजेता कैप्टन वीर भंडारी राम और शहीद नायक किरपा राम जिन्हें बहादुरी पुरस्कार “जार्ज क्रास” प्राप्त हुआ है का नाम लिया जाना था इसलिए बिना किसी गलत मंशा से सम्बोधन में परमवीर चक्र से सम्मानित सूबेदार संजय कुमार के साथ मरणोपरांत का उच्चारण हो गया। महेन्द्र सिंह ने कहा कि इस संदर्भ में उनकी किसी को आहत करने की कोई मंशा नहीं थी।
उन्होंने कहा कि वे खुद भी एक सैनिक रहे हैं और सैनिक का पूर्ण सम्मान करते है और इसके गौरव का महत्व भी समझते है। उन्होंने कहा कि यदि फिर भी किसी की भावना आहत हुई हो तो इसके लिए क्षमाप्रार्थी है।