आए दिन किसी न किसी चालक के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करता रहता है चालक यूनियन के लोग जो अपना कार्य ईमानदारी से कर रहे है चालक यूनियन के कर्मचारियों से ज्यादा ड्यूटी और अपने चहेतों की उनकी मर्जी के अनुसार ड्यूटी लगाता है , इतना ही नहीं घुमारवीं सब डिपो में भी फोन करके चालक यूनियन के कर्मचारियों को तंग किया जा रहा है ।
चालक यूनियन के कर्मचारियों ने पत्राचार के माध्यम से अधिकारियों को कई बार अवगत भी करवाया है परंतु अधिकारियों ने कोई कार्यवाही अभी तक नहीं की है कुछ अधिकारी इनको गलत तरीके से शरण दे रहे है चालक प्रभारी की वजह से चालक मानसिक प्रताड़ना झेल रहे है अगर कोई भी हादसा पेश आता है तो हादसे की पूर्ण रूप से जिम्मेवारी चालक प्रभारी की होगी ।
हालांकि अनेकों बार अधिकारियों को इस विषय में अवगत करवाया गया है परंतु ऐसी कौन-सी शक्तियां है जो अधिकारियों को कार्यवाही करने से रोकती है ?