आरोप लगाया जा रहा है कि जिस अधिकारी की सिफारिश पर डॉ. शिव कुमार के खिलाफ विजिलेंस जांच की जा रही है, उसने खुद करोड़ों की संपत्तियां अर्जित कर रखी हैं। लोगों का कहना है कि अगर सरकार वाकई में इस मामले की निष्पक्ष जांच कराना चाहती है तो इस मामले को तत्काल सीबीआई को दे दिया जाए।
सोशल मीडिया पर इस तरह की पोस्ट ऐसे समय पर आनी शुरू हुई हैं, जब शिव कुमार के खिलाफ पुलिस मुख्यालय की सिफारिश पर सरकार ने विजिलेंस ब्यूरो को आय से अधिक संपत्ति की जांच के लिए मंजूरी दी है।
उधर, विजिलेंस की जांच का सामना कर रहे डॉ. शिव कुमार की ओर से कहा गया है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप सरासर गलत हैं। उन्होंने पूरे कैरियर में मेहनत, निष्पक्षता व ईमानदारी के साथ मानव भारती ही नहीं, बल्कि अन्य मामलों की भी जांच की थी। उनका कहना है कि मामले में विजिलेंस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है, बल्कि जांच कर रही है जो कि अभी शुरुआती दौर में है और उसमें कुछ भी निकलकर सामने नहीं आया है