बिलासपुर : एचआरटीसी बस से दिल्ली जा रही सवारियों को उस समय भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, जब ड्राइवर-कंडक्टर ने मनमानी करते हुए देर रात ठंड में सवारियों को चंडीगढ़ बस स्टैंड पर ही उतार दिया। साथ ही ड्राइवर-कंडक्टर ने सवारियों के साथ बदतमिजी भी की। मामला बीती रात का है, जब एचआरटीसी के केलांग डिपो की एक बस केलांग से दिल्ली जा रही थी।
इस बस में मंडी से रजनी शर्मा व एक बुजुर्ग महिला भी दिल्ली जा रही थी और उन्होंने मंडी से दिल्ली के लिए दो टिकट ऑनलाइन बुक किए थे। रजनी ने बताया कि रात के 3 बजे चंडीगढ़ बस स्टैंड 43 पर उन्हें कंडक्टर द्वारा यह कहकर उतार दिया गया कि बस यहीं तक जाएगी। आप उतरो और यहां से सेक्टर 16 जाओ, वहां से कोई न कोई बस मिल जाएगी। जब रजनी ने पूछा कि उनकी बुकिंग तो दिल्ली तक की है और बस पर बोर्ड भी दिल्ली का है।
ऐसे में आधी रात को वह बुजुर्ग महिला के साथ भारी सामान लेकर कैसे जाएंगी तो चालक-परिचालक आनाकानी करने लगे और बोले कि हमें तो ऑफिस से यहीं तक जाने के लिए बोला गया है। उधर, जब रजनी ने केलांग ऑफिस में फोन किया तो वहां से बताया गया कि बस तो हमने दिल्ली को ही भेजी है। इसी बीच चालक-परिचालक बस बंद करके वहां से चले गए।
जब टिकट अमाउंट रिफंड करने के लिए पूछा तो बोले कि आपने ऑनलाइन बुकिंग की है तो आपको रिफंड नहीं मिलेगा। रजनी के मुताबिक करीब एक घंटे बाद उन्हें हरियाणा रोडवेज की बस मिली, जिसमें एचआरटीसी के परिचालक ने हालांकि उनके टिकट को वैलिड करवा दिया।
रजनी ने बताया कि ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल में यह बस 8.30 बजे मंडी बस स्टैंड से चलनी थी और सुबह 6.30 बजे दिल्ली के कश्मीरी गेट पर पहुंचनी थी, लेकिन यह बस मंडी बस स्टैंड पर करी एक घंटा लेट पहुंची। जब उन्होंने मंडी बस स्टैंड पर पता किया तो वहां से बोला गया कि कुल्लू बस स्टैंड पर पता करो। कुल्लू वालों ने मना कर दिया कि हमें पता नहीं आप केलांग बस स्टैंड पर पता करें। फिर केलांग बस स्टैंड पर फोन किया तो उन्होंने आश्वासन दिया कि बस जल्द पहुंच जाएगी।
इसके बाद जब बस एक घंटे बांद पहुंची तो चंडीगढ़ में ही उन्हें बीच रास्ते में आधी रात को ठंड में ठिठुरने के लिए छोड़ दिया गया, जबकि उन्होंने टिकट दिल्ली तक का लिया था। रजनी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री से मांग की कि इस मामले में संज्ञान लेकर ऐसे कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि सवारियों को परेशानी भी न हो और एचआरटीसी की साख भी खराब न हो।