उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी अपना जीवन सरकारी कार्यालयों में काम विभाग के काम करता है और नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद कर्मचारियों के पास अपने जीवनयापन के लिए सुरक्षा के रूप में पैंशन नही होगी तो कर्मचारी को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश न्यू पैंशन स्कीम कर्मचारी संघ लगातार सरकार से पुरानी पैंशन बहाली के लिए प्रदेश स्तर पर धरना-प्रदर्शन करता रहा है लेकिन सरकार कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान नही दे रही है, जिससे यही लगता है कि प्रदेश सरकार सरकारी कर्मचारियों के पुरानी पैंशन के बारे में नही सोच रही है।
बलदेव बिष्ट ने कहा कि न्यू पैंशन स्कीम कर्मचारी संघ द्वारा अब प्रदेशभर में पुरानी पैंशन बहाली पर कर्मचारियों को जागरूक किया जा रहा है और सरकार से भी प्रदेश के 1 लाख 20 हजार सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पैंशन बहाली की मांग की जा रही है।
यदि सरकार प्रदेश में कर्मचारियों की पुरानी पैंशन बहाल नही करती है तो प्रदेश के सरकारी कर्मचारी आगामी विधानसभा सत्र में धरना-प्रदर्शन करेंगे और आने वाले 2022 के विधानसभा चुनावों में मिशन रिपीट की जगह मिशन डिलीट करेंगे।