पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे और शिमला ग्रामीण से मौजूदा विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कह कि ‘‘जयराम सरकार को लगता हैं कि रामपुर बुशहर पाकिस्तान का हिस्सा है”, यहाँ के सिविल अस्पताल की ख़स्ता हालत किसी से छिपी नहीं है”. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि साल 2022 में जब हमारी सरकार बनेगी, तो हम इसे (अस्पताल) पुनः की तरह हर सुविधा से लेस करेंगे. विक्रमादित्य सिंह ने एक इंग्लिश अखबार की रिपोर्ट पर सरकार से सवाल किए हैं.
क्या है मामला दरअसल, रामपुर में सिविल अस्पताल है. लेकिन यहां पर बीते छह माह से एक्स-रे की मशीन खरीब पड़ी है. वहीं, सीटी स्कैन भी नहीं हो रहे हैं. अस्पताल में फायर सेफ्टी को लेकर भी कोई प्रबंध नहीं है.इसी मुद्दे पर घेरते हुए विक्रमादित्य सिंह ने सरकार पर सवाल उठाए हैं. बता दें कि रामपुर विक्रमादित्य सिंह का गृहजिला है.
विक्रमादित्य सिंह की इस पोस्ट पर समर्थन और विरोध में कमेंट्स आए हैं. एक महिला यूजर ने लिखा कि मंडी के अस्पतालों की भी यही हालत है. मण्डी में चाहे बात जोनल अस्पताल की हो या नेरचौक मेडिकल की.. दोनों जगह हाल बद से बदत्तर हैं. एक्सरे और टेस्ट करवाने के लिये पांच महीने की तारीख मिल रही है. वहीं, एक यूजर ने लिखा कि शिमला ग्रामीण क्षेत्र में सरकार भेदभाव कर रही है. अन्य यूजर ने लिखा कि राजनीतिक द्वेष से काम करना भाजपा की फितरत है और जयराम ठाकुर को इसमें महारत हासिल है.