सरकार द्वारा वार्ता पर बुलाए जाने पर निजी बस ऑप्रेटर्ज संघ के महासचिव रमेश कमल ने कहा कि वे वीरवार को बैठक में भाग लेंगे लेकिन यदि बैठक में मांगों को लेकर सहमति नहीं बनी और आगामी कैबिनेट में टैक्स माफी पर निर्णय नहीं लिया गया तो निजी बस ऑप्रेटर्ज 27 दिसम्बर को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल जारी रखेंगे और रैली के लिए न बसें देंगे और न ही प्रदेश व शहर में इस दिन अपनी बसें चलाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निजी बस ऑप्रेटर्ज के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। यही कारण है कि प्रदेश के निजी बस ऑप्रेटर्ज के साथ विचार-विमर्श करने के बाद यह फैसला लिया गया था कि 27 दिसम्बर को होने वाली प्रधानमंत्री की मंडी रैली में निजी बसें नहीं देंगे।
टैक्स माफी की मांग कर रहे हैं निजी बस ऑप्रेटर्ज
निजी बस आप्रेटर्ज प्रदेश सरकार से पिछले कई महीनों से कोरोना के काल के दौरान का पूरा टैक्स माफ करने की मांग कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त वर्किंग कैपिटल सहित अन्य मांंगें भी हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए निजी बस ऑप्रेटर्ज बार-बार प्रदेश सरकार से मिल रहे हैं और ज्ञापन सौंप रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है। ऐसे में एक बार फिर आप्रेटर्ज आंदोलन के लिए मजबूर हो गए हैं।