इस बात की शिकायत महिला और उसकी बेटी ने अतिरिक्त दंडाधिकारी चंबा के पास दर्ज करवाई है। वहीं, दूसरी तरफ एसएचओ ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कानून के तहत कार्रवाई करने की बात कही।
दो बार शिकायत पत्र फाड़ा
जबकि, महिला द्वारा अतिरिक्त दंडाधिकारी को सौंपे गए शिकायत पत्र में बताया गया है कि थाना प्रभारी चुवाड़ी ने उनका शिकायत पत्र फाड़ दिया और काम में ढील बरतते हुए रात के 8 बजे से देर रात 3 बजे तक महिला और अन्य परिजनों को थाने में बिठाए रखा। महिला का कहना है कि उन्होंने दो बार शिकायत पत्र फाड़ा। इसके बाद अपने ढंग से नाबालिग लड़की से लिखवाया।
गलत शब्दों का भी इस्तेमाल किया
महिला का आरोप है कि एसएचओ और जांच अधिकारी ने उनको लगातार धमकाने की कोशिश की और उनके खिलाफ गलत शब्दों का भी इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं एसएचओ ने कहा कि थाना उसका है और वह किसी को भी यहां से निकाल सकता है, अगर लड़की नाबालिग ना होती तो वे इसे अंदर कर देता।
महिला द्वारा दी गई शिकायत पर एसडीएस अमित मेहरा ने नाबालिग लड़की व उसके घरवालों को मामले के संबंध में जांच करवाने का आश्वासन दिया है। वहीं, दूसरी ओर एचएचओ रमन चौधरी ने आरोपों से इंकार करते हुए कानून के तहत कार्रवाई करने की बात कही। एसएचओ ने कहा कि आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, आरोपी ने दूसरे पक्ष पर मारपीट करने के आरोप लगाए हैं।