बस में नहीं सवार थी यात्री
गनीमत इस बात की रही कि हादसे के वक्त बस में यात्री नहीं सवार थे, अन्यथा बड़ी होनी को टालना काफी मुश्किल हो जाता।
बताया गया कि घटना उस वक्त पेश आई जब चालक नरेश कुमार मणिकर्ण से सवारियां लेकर बस स्टैंड पहुंचा।
यहां पर सवारियां उतारने के बाद बस में डीजल भरने के बाद वह बस स्टैंड के बाहर बस पार्क करने ले गया।
इस दौरान उसी बस बिजली की तारों से टकराई और चालक नरेश कुमार को करंट के जोरदार झटके लगे और वह सिर से पांव तक बुरी तरह से झुलस गया। ड्राइवर नरेश कुमार मंडी सुंदरनगर डैहर निवासी बताया जा रहा है।
सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटे आई
हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने बारे में बस अड्डा ईंचाज को सूचना दी, जिसके बाद चालक नरेश कुमार निवासी डैहर, मंडी को गंभीर हालत में उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू पहुंचाया, जहां पर उसका ईलाज चल रहा है।
कुल्लू बस अड्डा प्रभारी टेक चंद ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि करंट लगाने से नरेश कुमार के सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटे आई है। जिससे नरेश कुमार के शरीर में खून की कमी हुई है, ऐसे में नरेश कुमार ब्लड चढ़ाया जाएगा।