घटना के बाद हाल ही में घर पहुंचे ट्रक चालक अवतार चंद ने बताया कि वह 14 अगस्त (August) को अपने एक साथी टाहलीवाल निवासी 24 वर्षीय रवि कुमार के साथ दिल्ली से गाड़ी भरकर श्रीनगर जा रहा था. इसी दौरान पुलवामा के समीप मीर बाजार में उसके साथ चल रही है ।
दूसरी गाड़ी ओवरहीटिंग के चलते बंद हो गई. इसके बाद दोनों गाड़ियों चालकों ने सड़क किनारे ट्रक खड़ा कर दिया और गाड़ी के ठंडा होने का इंतजार करने लगे. इसी दौरान अवतार चंद (Avatar Chand) की नजर पास की एक इमारत पर पड़ी, जहां तीसरी मंजिल पर बैठा एक व्यक्ति बंदूक से सड़क पर निशाना लगाने की कोशिश कर रहा था. उस व्यक्ति के निशाने पर भारतीय सैनिकों की एक गाड़ी थी।
अवतार चंद ने फौरन भागकर गाड़ी में सवार सैनिकों को इस घटना की जानकारी दी. जब अवतार चंद सैनिकों को मामले की जानकारी दे रहा था तो उस आतंकी ने इमारत से ही फायरिंग (Firing) शुरू कर दी. अवतार चंद और उसके साथी रवि कुमार ने अपने ट्रकों के नीचे छुपकर आतंकी हमले से जान बचाई. फायरिंग से अवतार और उसके साथी की गाड़ियों को नुकसान पहुंचा. अवतार ने बताया कि कुछ ही देर में वहां से भारतीय सैनिकों की एक बस गुजरने वाली थी ।
जिस पर यह आतंकी हैंड ग्रेनेड से निशाना लगा रहे थे. लेकिन ट्रक चालकों से सूचना मिलने के बाद भारतीय सैनिकों ने मोर्चा संभालते हुए घटनास्थल पर मौजूद तीन में से एक आतंकी को मार गिराया. उसकी पहचान पाकिस्तान( Pakistan) निवासी हुसैन मोहम्मद के रूप में की गई. जबकि दो अन्य आतंकियों को सैन्य अधिकारियों ने जिंदा पकड़ लिया।
घटना के बाद सैन्य अधिकारी दोनों ट्रक चालकों को अपने साथ कैंप ले गए. जहां दोनों ट्रक चालकों के साथ काफी देर तक पूछताछ की गई. वहीं सैन्य अधिकारियों ने अवतार और रवि की फोन नंबर भी नोट किए. अवतार चंद का दावा है कि सैन्य अधिकारियों ने मोबाइल ट्रैकर( Mobile Tracker) से दोनों चालकों पर भी नजर रखी. हालांकि सैन्य अधिकारियों ने दोनों युवकों को भरोसा दिलाया था कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं आएगी और सैन्य अधिकारियों के दिशा निर्देश के तहत ही दोनों ट्रक चालक माल को अनलोड (Unload) करके वापस अपने घर पहुंचे।