पंचायत प्रतिनिधि खस्ताहाल सड़क के लिए लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वहीं, लोक निर्माण विभाग का कहना है कि यह सड़क पंचायत के अधीन आती है। पंचायत(Panchayat) प्रधान उमावती और उपप्रधान जय सिंह ने कहा कि सडवाल गांव से गुहड मझवाड़ वाया रिड़ी सड़क की हालत इतनी खराब है कि बीमार लोगों को पालकी में अस्पताल तक पहुंचाना पड़ रहा है। सडवाल गांव के जीतराम को 20 दिन पहले अधरंग का दौरा पड़ा था। उसे हमीरपुर अस्पताल ले जाने के लिए घर से मुख्य सड़क तक करीब दो किलोमीटर तक पालकी में ले जाना पड़ा।
बाद में जब उसे घर भेजा गया तो भी पालकी में ही वापस लाया गया। उसे टीका लगवाने के लिए पालकी में ही सड़क तक लाना पड़ता था। बीते मंगलवार को इस मरीज ने दम तोड़ दिया। पंचायत प्रतिनिधियों के साथ ग्रामीण प्रेम सिंह, रोशन लाल, अच्छरू राम, संजय कुमार, सुमन कुमार, दीपक कुमार, सुनील कुमार, कर्म सिंह, अश्वनी कुमार और अमरनाथ ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर चार दिन में सड़क की हालत नहीं सुधारी गई तो सरकाघाट- घुमारवीं एनएच को जाम कर दिया जाएगा। उधर, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनोद कुमार ने यह सड़क पंचायत के अधीन आती है। विधायक निधि में यह सड़क डाली गई है, लेकिन अभी लोनिवि ने इसे अपने अधीन नहीं किया है। मामला फॉरेस्ट क्लीयरेंस(Forest Clearence) से भी जुड़ा है। उधर, बताया यह भी जा रहा है कि दो नेताओं की खींचतान के चलते भी इस सड़क की हालत दुरुस्त नहीं हो पाई है।