हिमाचल पुलिस ने शुक्रवार देर शाम को एक बयान जारी करते हुए कहा कि मामले की जांच सीआईडी के साइबर सैल को सौंपी गई है. वहीं, सूबे के राज्यपाल, सीएम जयराम ठाकुर, जेपी नड्डा, अनुराग ठाकुर की सुरक्षा में इजाफा किया गया है.वहीं, पंद्रह अगस्त से पहले सूबे में प्रवेश कर रहे वाहनों की चैकिंग की जाएगी. साथ ही केंद्रीय एँजेसियों के साथ भी मामले की जानकारी सांझा की गई है. स्वतंत्रता दिवस को लेकर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी तैनात किए जाएंगे. सुरक्षा और कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए कड़े उपाय किए हैं. शिमला के एसपी मोहित चावला ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है और केस संवेदनशील होने के चलते वह ज्यादा कुछ नहीं कह सकते हैं।
मुख्यमंत्री CM जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्हें हालांकि इस बारे में पूर्ण जानकारी नहीं है, लेकिन अगर फिर भी किसी ने उन्हे 15 अगस्त के मौके पर तिरंगा झंडा न फहराने की धमकी भरा ऑडियो मैसेज वायरल किया है. मामले की पड़ताल जांच एजेंसियों से बात कर मैसेज भेजने वालों का पता लगाया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि जहां कार्यक्रम होगा, वहां झंडा फहराएँगे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे-21 पर वाहनों पर खालिस्तानी संगठनों के झंडे लगाकर चल रहे बाहरी राज्यों के वाहनों पर भी चिंता व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने इस प्रकार के मामलों को गंभीरता से लेते हुए गहनता से जांच किए जाने के आदेश भी दिए गए।