उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी इंदौरा के साथ लगती ग्राम पंचायत कुड़सा में भी इसी प्रकार दुर्गा माता का मन्दिर तोड़ा गया था, जिसके खिलाफ एसडीएम इंदौरा को एक ज्ञापन भी दिया गया था परन्तु एक वर्ष बीत जाने पर भी कोई कार्रवाई न की गई तथा अब फिर से ऐसी ही घटना को अंजाम दिया गया है। वहीं विश्व हिन्दू परिषद के नेता सुनील दत्त ने बताया कि इस क्षेत्र में ऐसी बहुत-सी सरकारी भूमि है जहां पर लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया गया है, जिस पर विभाग जल्द से जल्द एक्शन ले और उन्होंने यह भी कहा कि सीमांत क्षेत्र होने के कारण यहां पर कुछ असामाजिक तत्व धार्मिक उन्माद फैलाकर यहां का माहौल बिगाडऩा चाहते हैं। इस संदर्भ में थाना इंदौरा के प्रभारी सुरेंद्र धीमान ने कहा कि अज्ञात तत्वों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया गया है और जो भी कानूनी कार्रवाई होगी अमल में लाई जाएगी।
उधर, एसडीएम इंदौरा सोमिल गौतम बताया कि मैं स्वयं पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ मौके पर गया था और इस बात का कोई भी प्रत्यक्षदर्शी नहीं है कि इस शिवलिंग को किसने तोड़ा है। पुलिस इसकी गहानता से जांच कर रही है और मौके पर मौजूद लोगों के बयान कलमबद्ध कर लिए हैं। जो भी दोषी पाया जाता है उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने बताया कि पिछले वर्ष कुड़सा पंचायत में स्थित दुर्गा मन्दिर में की गई तोड़फाेड़ की चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल हो गई है।