पपरोला : पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व विख्यात बीड़ बिलिंग घाटी से इस साल 8 जनवरी को उड़ान भरने के दौरान लापता हुए पायलट का शव 141 दिन के उपरांत मिला है। प्रशासन को जानकारी मिली कि लापता हुए पायलट का शव जालसू जोत व बड़ा भंगाल की पहाड़ियाें के बीच एक संकरे पहाड़ के निकट पड़ा हुआ है। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन सर्च अभियान में जुटी टीम को इस बारे जानकारी दी गई है जिसके बाद बीड़ से एक टीम लापता पायलट के शव को लेने जालसू जोत व बड़ा भंगाल की पहाडिय़ों की ओर रवाना हो गई।
जहां शव मिला है, उसी स्थान में पिछले माह अप्रैल में लापता पायलट का कुछ सामान बरामद हुआ था जिसके बाद कयास लगाए गए थे कि लापता पायलट के बारे में कोई ठोस जानकारी मिलेगी। अब उसी क्षेत्र जालसू जोत में लापता हुए पायलट का शव बर्फ कम होने के बाद मिला है। दिल्ली के रहने वाले 48 वर्षीय रोहित भदौरिया बीते 8 जनवरी को बिलिंग से उड़ान भरने के बाद लापता हो गए थे। उस समय मौसम खराब होने पर एमरजैंसी लैंडिंग करने की बात सामने आ रही थी जिसके बाद वायुसेना के चौपर की मदद से व माऊंटेनियरिंग की टीमों ने भी सर्च अभियान चलाया था।
एक टीम को रोहित का कुछ सामान 12 अप्रैल को जालसू के समीप जोड़ा धड़वे के पास वाली संकरी पहाड़ी में मिला था लेकिन वहां बर्फ अधिक होने के चलते अधिक दिन तक सर्च अभियान नहीं चलाया जा सका था। अब बर्फ कम होने के बाद रोहित के दोस्तों व परिजनों ने रैस्क्यू टीम को उसी स्थान पर दोबारा भेजा जहां रोहित का सामान मिला था। रैस्क्यू टीम द्वारा शव को वापस बीड़ लाने का प्रयास किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि शनिवार देर शाम तक लापता पायलट का शव बीड़ में परिजनों के हवाले किया जाएगा। उधर, साडा सुपरवाइजर रणविजय ने बताया कि दोस्तों व परिजनों द्वारा हायर किए टीम लापता पायलट का शव लेने को रवाना होने की सूचना मिली है।