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चंडीगढ़, 02 दिसंबर। चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में सोमवार रात एक सनसनीखेज वारदात हुई जिसमें कुख्यात गैंगस्टर और लॉरेंस बिश्नोई के करीबी रहे इंद्रप्रीत उर्फ पैरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. करीब साढ़े सात बजे हुई इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया. पुलिस के अनुसार हमलावर एक KIA कार में आए थे और कुछ ही पलों में ताबड़तोड़ फायरिंग कर फरार हो गए. शुरुआती जांच में इस हत्या को गैंगवार से जोड़कर देखा जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक पैरी को करीब पांच गोलियां मारी गईं. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. वह चंडीगढ़ के सेक्टर-33 का रहने वाला था. पैरी और लॉरेंस बिश्नोई कॉलेज के दिनों से एक-दूसरे के करीबी रहे हैं और दोनों छात्र संगठन SOPU से जुड़े रहे. पुलिस के रिकॉर्ड में पैरी के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे और वह लंबे समय से विवादित गतिविधियों में शामिल रहा था.
हत्या के कुछ ही समय बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई, जिसमें खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताने वाले आरजू बिश्नोई, हरी बॉक्सर, शुभम लोंकर और हरमन संधू ने वारदात की जिम्मेदारी ली. पोस्ट में लिखा गया कि पैरी ‘गैंग का गद्दार’ बन चुका था और क्लबों से फिरौती वसूलने के लिए गोल्डी या रोहित का नाम इस्तेमाल करता था. इसी कारण उसे निशाना बनाया गया.
पोस्ट में आगे आरोप लगाया गया कि पैरी ने पहले हरी बॉक्सर पर हमला करवाने की कोशिश की थी और बाद में सिप्पा नामक व्यक्ति की हत्या में भी शामिल था. यही वजह बताकर गैंग के सदस्यों ने दावा किया कि उन्होंने ‘नई जंग की शुरुआत’ कर दी है.
पोस्ट में चंडीगढ़ और आसपास के क्लब मालिकों को भी वॉर्निंग दी गई है कि अगर वे पैरी के समर्थकों या उसके साथियों को पैसे देंगे तो उन्हें भी अंजाम भुगतना पड़ेगा. यहां तक कहा गया कि चाहे कोई जेल में ही क्यों न हो, गैंग उसके पास पहुंच जाएगा.
चंडीगढ़ पुलिस के आईजी पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि हत्या की जांच तेजी से की जा रही है और हमलावरों की पहचान के लिए कई टीमें गठित की गई हैं. उन्होंने कहा कि यह मामला गैंगवार से जुड़ा प्रतीत होता है और सोशल मीडिया पर आई पोस्ट की भी पड़ताल की जा रही है.
