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ऊना, 29 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिसने पूरे क्षेत्र को ही झकझोर कर रख दिया है। औद्योगिक क्षेत्र गगरेट में स्थित एक सरिया उद्योग में हुए भीषण हादसे में दो परिवारों ने अपने कमाऊ बेटे हमेशा के लिए खो दिएए जबकि तीन अन्य मजदूर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। इस हृदयविदारक घटना के बाद गगरेट और आसपास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ गई है और दो घरों में मातम पसरा हुआ है।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह करीब साढ़े दस बजे उद्योग परिसर में क्रेन से स्क्रैप उठाने के काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक स्क्रैप उठाते हुए भारी भरकम क्रेन संतुलन खो बैठी और पलट गई। क्रेन पर लदा सैकड़ों किलो वजनी स्क्रैप नीचे काम कर रहे मजदूरों पर आ गिरा। पल भर में चीख-पुकार मच गई और पूरा उद्योग परिसर अफरा.तफरी में बदल गया।
हादसे में पांच मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल गगरेट पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने दो मजदूरों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों में एक मजदूर बिहार का रहने वाला था, जो रोजी.रोटी के लिए हिमाचल आया था, जबकि दूसरा स्थानीय गगरेट क्षेत्र का बताया जा रहा है। दोनों ही अपने.अपने परिवारों के लिए एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे।
हादसे में गंभीर रूप से घायल तीन मजदूरों की हालत नाजुक बनी हुई है। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल ऊना रेफर कर दिया गया है। घायलों में एक हरौली क्षेत्र, एक पंजाब और एक देहरा का निवासी बताया जा रहा है। डॉक्टरों की टीम उनकी जान बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
इस हादसे ने दो परिवारों की दुनिया उजाड़ दी है। जिन घरों से सुबह मजदूरी के लिए बेटे निकले थे, वहां अब मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो.रोकर बुरा हाल है। गांव और मोहल्ले के लोग पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं, लेकिन अपनों को खोने का दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
घटना की सूचना मिलते ही एसपी अमित यादव घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया और उद्योग परिसर में जांच शुरू कर दी है। हादसा किन कारणों से हुआए क्या क्रेन की तकनीकी खामी थी या सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई, इन सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या पर्याप्त सुरक्षा उपाय अपनाए गए थे? क्या मजदूरों की जान की कीमत पर उद्योगों में काम चल रहा है? इन सवालों के जवाब जांच के बाद ही सामने आएंगेए लेकिन फिलहाल ऊना का यह हादसा लंबे समय तक लोगों के दिलों में टीस बनकर रह जाएगा।
