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बिलासपुर, 29 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में चिट्टे (नशे) के खिलाफ महिलाओं द्वारा छेड़ी गई मुहिम अब राजनीतिक विवाद का रूप लेती नजर आ रही है। जिले के कई क्षेत्रों में महिलाएं नशे के बढ़ते कारोबार के खिलाफ सड़कों पर उतर आई हैं और हालात यहां तक पहुंचे कि महिलाएं रात में भी पहरा दे रही हैं।
इसी क्रम में कुछ दिन पहले महिलाओं ने कथित रूप से चिट्टे के नशे में संलिप्त कुछ युवकों को पकड़ लिया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। हालांकि इस मामले में पुलिस प्रशासन ने महिलाओं के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर ली, जिससे महिलाओं और आम जनता में रोष है।
इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस मुद्दे को लेकर 30 दिसंबर को बिलासपुर में धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया है। लेकिन प्रदर्शन से पहले ही BJP द्वारा जारी किया गया एक पोस्टर सोशल मीडिया पर चर्चा और विवाद का विषय बन गया है। यह पोस्टर सभी BJP नेताओं द्वारा अपने-अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर साझा किया गया है।
पोस्टर में लिखा गया है कि “चिट्टा माफिया और महिलाओं पर दर्ज हुई FIR के विरोध में BJP प्रदर्शन करेगी।” इसी लाइन को लेकर अब सवाल खड़े किए जा रहे हैं। पोस्टर के शब्दों को लेकर लोगों का कहना है कि इससे ऐसा संदेश जा रहा है मानो BJP चिट्टा माफिया के खिलाफ एफआईआर का भी विरोध कर रही हो।
सोशल मीडिया पर पोस्टर वायरल होने के बाद कई लोग इसे शब्दों की बड़ी चूक बता रहे हैं, जबकि कुछ इसे गंभीर राजनीतिक लापरवाही करार दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि नशे के खिलाफ महिलाओं की लड़ाई का समर्थन करने के बजाय पोस्टर की भाषा ने पूरे मुद्दे को ही भ्रमित कर दिया है।
फिलहाल BJP के इस पोस्टर को लेकर सियासी हलकों में चर्चा तेज है और अब देखना होगा कि पार्टी इस विवाद पर क्या सफाई देती है और 30 दिसंबर के प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन में क्या रुख अपनाती है।
