न्यूज अपडेट्स
शिमला, 12 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश में तीन साल के उपलक्ष्य पर कांग्रेस सरकार ने मंडी में रैली का आयोजन किया गया. इस रैली में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के भाषण को लेकर खासी चर्चा हुई।
उन्होंने मंच से अग्रेशन दिखाए तो सीएम सुक्खू के चेहरे के हाव भाव भी बदल गए थे. अब शिमला में मीडिया से बातचीत में सीएम सुक्खू ने इस संबंध में पूछे गए सवाल पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और आगे निकल गए. उधर, भाषण को कैबिनेट मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का किया बचाव चंद्र कुमार ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री की किसी अधिकारी के खिलाफ व्यक्तिगत धारणा होगी और सरकार में किसी तरह की गुटबाज़ी नहीं है. ना ही हमारी योजनाओं और नीतियों को लेकर कोई मतभेद है. विपक्ष दावे कर रहा था कि यह रैली मात्र दिखावा या ‘मौज-मस्ती’ होगी, लेकिन वास्तविकता यह है कि लोगों की भारी उपस्थिति ने इसे सफल बनाया और दूर-दूर से लोग खुद रैली में पहुंचे. बीजेपी नेता इससे पहले धर्मशाला में बड़े दावे कर चुके हैं, परंतु जनता ने यह देखकर निर्णय कर लिया है कि किसका कार्यक्रम प्रभावी है।
प्रदेश में सूखे की स्थिति पर कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है, इससे बागवानी और पारंपरिक खेती दोनों प्रभावित हुई हैं. प्रदेश की 70% से अधिक खेती अभी भी वर्षा आधारित है, इसलिए सिंचाई सुविधाओं को मजबूत करने पर सरकार का पूरा जोर है. अब वैज्ञानिकों की सलाह, मौसम अनुमान और जलवायु परिवर्तन की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखकर ठोस योजना तैयार की जा रही है।
जन संकल्प सम्मेलन पर नेता प्रतिपक्ष के आरोपों सीएम सुक्खू का पलटवार
सीएम सुक्खू ने शुक्रवार को शिमला में कहा कि जय राम ठाकुर की बातों पर जवाब देने का मन नहीं करता है और नेता प्रतिपक्ष की बातों में तथ्य नहीं होते, वे झूठ बोलते हैं. जय राम ठाकुर पीएम मोदी के पास जाएं, जो पीएम ने 1500 करोड़ की घोषणा की है और पीडीएनए का 2 हजार करोड़ दिलवाने में सहयोग करें, उससे उन्हीं के विधान सभा क्षेत्र को सबसे ज्यादा फायदा होगा, क्या वो अपने विधान सभा क्षेत्र के दुश्मन हैं. सीएम ने कहा कि आपदा से हुए नुकसान की भरपाई अपने राजस्व से कर रहे हैं, केंद्र की मदद आएगी तो राहत पहुंचाने का कार्य तेजी से होगा. मुकेश के भाषण पर सवाल पूछने पर सीएम ने धन्यावाद कहा और आगे निकल गए।
मंडी रैली में डिप्टी सीएम ने मंच से सीएम की तरफ देखते हुए कहा था कि ऐसे काम नहीं चलेगा और डंडा लेकर चलना होगा. तीन साल हो गए हैं और अब दो साल बचे हैं और ऐसे में जिसे जो पद देना है दे दीजिए. मुकेश ने रैली में अफसरशाही पर भी निशाना साधा और कहा था कि कुछ अफसर भाजपा नेताओं के चक्कर काट रहे हैं और रात के अंधेरे में उन्हें निपटा दिया जाएगा।
