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बिलासपुर, 5 नवम्बर। सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक त्रिलोक जमवाल ने प्रदेश सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और प्रशासन इन्हें रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। विधायक ने कहा कि शहर में लड़ाई-झगड़ों में तेजधार हथियारों का इस्तेमाल आम बात बन गई है, जिससे लोगों में दहशत और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।
त्रिलोक जमवाल ने कहा कि आईटीआई के पास दो दिन पहले हुई खूनी झड़प लचर कानून व्यवस्था की ताजा मिसाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने के बजाय पुलिस को राजस्व जुटाने में लगा रही है।
उन्होंने कहा कि नशे का कारोबार बिलासपुर में खुलेआम चल रहा है और चिट्टा जैसे नशीले पदार्थों की बिक्री पर कोई रोक नहीं है। नशे के कारोबार में लिप्त गिरोहों के बीच गैंगवार तक हो रहे हैं, जिससे हालात खतरनाक हो चुके हैं।
विधायक ने कहा कि पिछले वर्ष वीआईपी चंगर सेक्टर में डीसी-एसपी कार्यालय और जिला न्यायालय परिसर के पास दिनदहाड़े गोलीकांड हुआ था, लेकिन उसके बाद भी अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अब तलवारें और अन्य तेजधार हथियार सरेआम लहराए जा रहे हैं और खून-खराबा आम बात बन चुका है।
त्रिलोक जमवाल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि “व्यवस्था परिवर्तन” का नारा देने वाली मौजूदा सरकार के कार्यकाल में हर ओर अव्यवस्था हावी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ट्रैफिक चालान काटने में तो मुस्तैद है, लेकिन कानून व्यवस्था सुधारने में नाकाम साबित हो रही है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने समय रहते कारगर कदम नहीं उठाए, तो देवभूमि कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में जंगलराज जैसे हालात बन जाएंगे।
