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बिलासपुर, 15 नवंबर। डिग्री कॉलेज बिलासपुर और पुलिस लाइन के स्ट्रांग रूम में ईवीएम की सुरक्षा में लापरवाही बरतने के मामले में अब राज्य चुनाव आयोग ने भी जांच बिठा दी है। आयोग ने न्यायिक जांच का आदेश दिया है। इसका जिम्मा एडीसी बिलासपुर को सौंपा है। राज्य चुनाव आयोग ने इसे बड़ी चूक मानते हुए एडीसी से जल्द रिपोर्ट मांगी है। लापरवाही पर पहले ही आठ पुलिस कर्मचारियों को निलंबित करके लाइन हाजिर किया जा चुका है।
जानकारी के अनुसार जांच में देखा जाएगा कि स्ट्रांग रूम में ताला सही ढंग से बंद था या नहीं और क्या तैनात संतरी मौके पर मौजूद था। बुधवार देर रात एएसपी शिव चौधरी ने दोनों स्ट्रांग रूम का अचानक निरीक्षण किया, जिसमें बिलासपुर कॉलेज के स्ट्रांग रूम में एक संतरी तो तैनात मिला, लेकिन एक कांस्टेबल और एक हेड कांस्टेबल ड्यूटी समय में परिसर में मौजूद नहीं था। कॉलेज स्ट्रांग रूम में श्री नयना देवी और बिलासपुर सदर विधानसभा क्षेत्रों की पिछले विधानसभा चुनाव की ईवीएम सुरक्षित रखी गई हैं, जिनसे जुड़े मामले वर्तमान में उच्च न्यायालय में लंबित हैं।
सदर हलके के लिए दो कांस्टेबल और एक हेड कांस्टेबल, नयना देवी क्षेत्र के लिए चार होमगार्ड जवानों की तैनाती की गई है। दोनों शिफ्टों में 1-1 संतरी 8-8 घंटे ड्यूटी देता है। उधर, लखनपुर में रखी ईवीएम और वीवीपैट की जांच के दौरान भी यही हाल सामने आया। एक संतरी ही मौके पर मिला, जबकि एक हेड कांस्टेबल और पांच कांस्टेबल ड्यूटी समय में परिसर में नहीं पाए गए। दो अन्य कांस्टेबल परिसर में मौजूद थे। उधर, पुलिस प्रशासन ने भी अपने स्तर पर विभागीय जांच शुरू कर दी है। इसकी जिम्मेदारी डीएसपी लीव रिजर्व को दी गई है। पुलिस अधीक्षक संदीप धवल ने बताया कि रिपोर्ट मांगी गई है।
बताया जा रहा है कि ईवीएम सुरक्षा में लगाए गए होमगार्ड के जवानों को भी पुलिस विभाग ने गृह रक्षा विभाग को वापस कर दिया है। कमांडेंट से सिफारिश की है कि इन पर कार्रवाई करें। हालांकि, होमगार्ड कमांडेंट सुशील कुमार ने कहा कि अभी तक उनके पास फाइल नहीं आई है। अगर विभाग का कोई जवान इस तरह की लापरवाही में संलिप्त पाया गया तो उस पर उचित कार्रवाई होगी।
पूर्व विधायक बंबर बोले - शुरू से षड्यंत्र ही चल रहा
लापरवाही का मामला सामने आने के बाद सदर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने भी बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि जबसे विधानसभा चुनाव शुरू हुए थे, तब से लेकर अब तक षड्यंत्र ही चल रहा है। अब ईवीएम मशीनों को लावारिस छोड़ा जा रहा है, ताकि इनके साथ छेड़छाड़ हो और कोर्ट में यह साबित हो सके कि चुनाव के दौरान सब सही था और कोई गड़बड़ी नहीं हुई थी।
ईवीएम सुरक्षा में हुई चूक की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एडीसी ओमकांत को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। तीन दिन में मामले की रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। - राहुल कुमार, उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी
