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बिलासपुर, 24 नवंबर। सदर थाना के तहत खैरियां में रेल लाइन निर्माण कार्य के दौरान एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें निर्माण कार्य कर रही एचजी इंफ्रा कंपनी में कार्यरत एक सीनियर इंजीनियर की पिलर से गिरकर मौत हो गई। घटना पिलर नंबर 72 पर हुई। मृतक चंबा जिले के सलूणी उपमंडल के किलोड़ क्षेत्र का रहने वाला था।
रविवार दोपहर करीब 2.30 से 2.40 बजे के बीच हादसा होने के बाद साथी कर्मचारियों ने सीनियर इंजीनियर हेमंत मल्होत्रा को एम्स बिलासपुर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही थाना सदर पुलिस टीम एम्स और घटनास्थल दोनों स्थानों पर पहुंची।
एम्स में हेल्पर सलीम अख्तर ने पुलिस को दिए बयान में कंपनी और साइट प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। उसने बताया कि वह पिलर नंबर 72 पर काम कर रहा था, जहां सीनियर इंजीनियर हेमंत मल्होत्रा, फोरमैन राहुल, लेबर सुदामा और सर्वेयर लक्ष्मण सिंह मौजूद थे। इसी दौरान क्रेन ऑपरेटर क्रेन से गार्डर को पिलर पर शिफ्ट कर रहा था। बताया गया कि अचानक क्रेन से डगसीर रस्से से छूटकर पिलर की सरिया पर गिरा, जिससे सरिये का जोरदार धक्का हेमंत को लगा और वह पिलर से नीचे गिर पड़े।
गिरने के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कंपनी ने सीनियर इंजीनियर को न तो सेफ्टी बेल्ट दी थी, न जैकेट, न जूते, न ही हेलमेट। अगर सुरक्षा उपकरण उपलब्ध होते तो हादसा रोका जा सकता था। मौके पर प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दिए बयान में जिम्मेदार अधिकारियों की ओर लापरवाही का संकेत किया है। उनके नाम भी पुलिस ने बयान में लिखे हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव चौधरी ने कहा कि थाना सदर पुलिस ने मामले में केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस कंपनी के सेफ्टी प्रोटोकॉल, क्रेन संचालन प्रक्रिया और मौके पर मौजूद अन्य कर्मचारियों के भी बयान दर्ज कर रही है।
बताते चलें कि रेलवे से जुड़े इस बड़े निर्माण कार्य में सीनियर इंजीनियर की मौत ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मजदूरों और तकनीकी स्टाफ का आरोप है कि साइट पर कई बार सुरक्षा उपकरण समय पर उपलब्ध नहीं कराए जाते। पुलिस ने कहा कि जांच में सभी तथ्यों को परखा जाएगा और जिस भी स्तर पर लापरवाही साबित होगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
