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एचआरटीसी चलती बस पर गिरा पेड़, चालक की सूझबूझ से टला हादसा, एक यात्री घायल

Anil Kashyap
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न्यूज अपडेट्स 
मंडी, 25 नवंबर। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक बड़ा हादसा टल गया। सराची-मंडी मार्ग पर एचआरटीसी बस पर अचानक पेड़ गिर पड़ा। मंगलवार सुबह सवा नौ बजे यह घटना चैड़ा खड्ड के पास हुई। बस में 40 यात्री सवार थे। चालक की सूझबूझ से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। एक यात्री को चोटें आईं।

बस एचपी 65-6125 नंबर से सराची की ओर जा रही थी। पहाड़ी इलाके में बारिश के बाद पेड़ कमजोर हो जाते हैं। यह क्याल प्रजाति का पेड़ था। यह सीधे बस के आगे के शीशे पर गिरा। शीशा टूट गया। चालक चुनी लाल ठाकुर ने तुरंत ब्रेक लगाई।

चालक ने बताया कि वे बस को सावधानी से चला रहे थे। अचानक पहाड़ी से पेड़ गिरा। बस की गति धीमी थी। इसलिए वे नियंत्रण में रख सके। यात्री घबरा गए। लेकिन चालक की हिम्मत ने सबको बचाया। यह मार्ग पहाड़ी है। यहां ऐसे हादसे हो सकते हैं।

बस में 40 से ज्यादा यात्री थे। पेड़ गिरते ही चीख-पुकार मच गई। सभी डर गए। लेकिन बस रुकी तो राहत मिली। चालक ने शांत रहने को कहा। स्थानीय लोग भी मदद के लिए आए। कोई घायल नहीं हुआ सिवाय एक यात्री के अब सभी सुरक्षित हैं।

फ्रंट सीट पर बैठे युवक को चोट लगी। उसका सिर और हाथ प्रभावित हुए। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया। बाकी यात्रियों को हल्की खरोंचें आईं। चालक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। बस का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।

एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक पीयुष शर्मा ने कहा। बस पर पेड़ गिरने की खबर मिली। सवारियों को कोई गंभीर चोट नहीं आई। शीशा टूटा है। बस को मरम्मत के लिए भेजा गया। जांच चल रही है। यात्री सेवा प्रभावित न हो।

हिमाचल में पहाड़ी रास्ते खतरनाक हैं। बारिश में पेड़ गिरना आम है। हाल ही में मंडी में एक बस खाई में गिरी थी। वहां कई मौतें हुईं। सरकारी वेबसाइट्स पर सतर्कता की सलाह दी जाती है। चालक प्रशिक्षण बढ़ाया जा रहा है। मंडी जिले में सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। पिछले महीने सरकाघाट में एक बस दुर्घटना हुई। वहां 20 लोग घायल हुए। स्थानीय अखबारों ने रिपोर्ट किया। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की। पेड़ों की जांच जरूरी है।

एचआरटीसी बसें राज्य की लाइफलाइन हैं। ये दूरदराज इलाकों को जोड़ती हैं। लेकिन रखरखाव महत्वपूर्ण है। चालक चुनी लाल को सराहना मिली। उनकी बहादुरी ने जानें बचाईं। यात्री संघ ने धन्यवाद दिया। विभाग ने इनाम की घोषणा की।

पेड़ के गिरने से बस का फ्रंट शीशा चूर-चूर हो गया। इंजन पर भी असर पड़ा। लेकिन बस चली तो सक्रिय रही। मरम्मत टीम ने तुरंत काम शुरू किया। यात्री दूसरी बस से भेजे गए। मार्ग पर यातायात सामान्य रहा। स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पेड़ को हटाया गया। रोड सेफ्टी टीम ने सलाह दी। पहाड़ी क्षेत्रों में सावधानी बरतें। वाहन चेक करें। मौसम की जानकारी लें। यह हादसा सबक है।

हिमाचल प्रदेश में पर्यटन बढ़ रहा है। सड़कें व्यस्त हैं। सरकार ने सुरक्षा उपाय कड़े किए। हाल की रिपोर्ट्स में बताया गया। मंडी में 50 से ज्यादा हादसे सालाना होते हैं। जागरूकता अभियान चल रहे हैं। चालकों को ट्रेनिंग दी जा रही। चैड़ा खड्ड क्षेत्र संवेदनशील है। यहां भूस्खलन का खतरा रहता है। वन विभाग ने पेड़ों की कटाई का आदेश दिया। लेकिन पर्यावरण संतुलन जरूरी है। स्थानीय लोग सतर्क रहें। आपदा प्रबंधन टीम सक्रिय है।

युवक का इलाज चल रहा है। वह स्थानीय निवासी है। परिवार ने राहत व्यक्त की। चालक को सम्मानित किया जाएगा। एचआरटीसी ने बयान जारी किया। सभी सुरक्षित हैं। जांच पूरी होने पर रिपोर्ट आएगी। मंडी जिला प्रशासन ने मदद का आश्वासन दिया। यात्री मुआवजा पा सकते हैं। विभाग ने बसों की जांच अभियान शुरू किया। सभी वाहन फिट होने चाहिए। सुरक्षा पहले है।

हिमाचल की सड़कें सुंदर लेकिन चुनौतीपूर्ण हैं। चालक सतर्क रहें। यात्री सीट बेल्ट बांधें। हाल के हादसों से सीख लें। राज्य सरकार प्रयासरत है। बेहतर सड़कें बन रही हैं। पिछले साल मंडी में कई बस हादसे हुए। एक में पेड़ गिरा था। वहां भी चालक ने जान बचाई। समाचार साइट्स ने कवर किया। सावधानी से हादसे कम होंगे। जागरूकता फैलाएं।

एचआरटीसी की बसें विश्वसनीय हैं। लेकिन प्रकृति के आगे सब बराबर। मौसम विभाग की चेतावनी मानें। यात्रा प्लान करें। सुरक्षित रहें। यह संदेश सभी को है। मंडी में राहत कार्य तेज हैं। बस मरम्मत हो रही। नई बसें तैनात की गईं। यात्री सेवा बाधित न हो। विभाग सतर्क है। भविष्य में ऐसे हादसे न हों।

चालक चुनी लाल ठाकुर का अनुभव काम आया। वे 15 साल से सेवा में हैं। उनकी ट्रेनिंग ने मदद की। अन्य चालकों को प्रेरणा मिलेगी। विभाग ने प्रशंसा की। हादसे के बाद यात्री शांत हो गए। वे घर लौटे। स्थानीय चाय दुकानों पर चर्चा हुई। सब चालक की तारीफ कर रहे। यह कहानी प्रेरक है।

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