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गौशाला में पशुओं की खाल उतारने का मामला गर्माया, SDM को सौंपा ज्ञापन, जांच की मांग

Anil Kashyap
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न्यूज अपडेट्स 
कांगड़ा, 26 अक्टूबर। डमटाल स्थित श्री राम गोपाल मंदिर गऊशाला में पशुओं की खाल उतारे जाने का मामला राजनीतिक रूप ले चुका है। पूर्व विधायक रीता धीमान ने सैकड़ों समर्थकों के साथ एसडीएम इंदौरा को ज्ञापन सौंपकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने राज्यपाल, मुख्यमंत्री और पशुपालन मंत्री से दोषियों की त्वरित गिरफ्तारी का आग्रह किया।

रीता धीमान ने बताया कि गऊशाला के पास आधा दर्जन से अधिक पशुओं की खालें उतारी गईं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो भाजपा कार्यकर्ता जनांदोलन का रास्ता अपनाएंगे। इस अवसर पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। ज्ञापन सौंपने के मौके पर भाजपा गंगथ मंडलाध्यक्ष जोगिंदर शर्मा मौजूद थे। डमटाल मंडलाध्यक्ष दीपक सलारिया और इंदौरा मंडलाध्यक्ष जयदीप राणा ने भी समर्थकों के साथ उपस्थिति दर्ज कराई। नेताओं ने सरकार पर पशुओं पर निर्दयता के मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि गऊशाला में हुई यह घटना पूरे प्रदेश के लिए शर्मनाक है। भाजपा प्रदेश प्रदेश में गौ हत्या के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए हुए है। पार्टी ने सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। एसडीएम इंदौरा एवं गऊशाला के संचालक सुरिंदर ठाकुर ने भाजपा नेताओं को आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में पुलिस थाना डमटाल में दोषी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

प्रशासन ने भाजपा का विरोध प्रदर्शन के दौरान शांति बनाए रखने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की थी। अधिकारियों ने भाजपा नेताओं से बातचीत की और उनकी मांगों को गंभीरता से सुना। उन्होंने न्याय सुनिश्चित करने का वादा किया। यह मामला पशु कल्याण कानूनों के गंभीर उल्लंघन को दर्शाता है। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत पशुओं की हत्या दंडनीय अपराध है। इसके साथ ही पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के प्रावधान भी लागू होते हैं।

पशुपालन विभाग ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है। विभाग के अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण कर चुके हैं। उन्होंने गऊशाला प्रबंधन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। जांच में और तथ्य सामने आने की उम्मीद है। डमटाल और आसपास के इलाकों के लोग इस घटना से काफी आहत हैं। गऊशाला में पशुओं की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है। स्थानीय निवासी सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने की मांग कर रहे हैं।

कई सामाजिक संगठनों ने भी इस मामले में रुचि दिखाई है। उन्होंने प्रशासन से त्वरित न्याय सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। लोगों का मानना है कि ऐसे मामलों में कड़ी सजा मिलनी चाहिए। भाजपा के अलावा अन्य राजनीतिक दलों ने भी इस मामले पर चिंता जताई है। कांग्रेस नेताओं ने घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि पशु कल्याण एक संवेदनशील मुद्दा है और सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।

स्थानीय नेताओं ने गऊशालाओं की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने पर जोर दिया है। उन्होंने सुझाव दिया कि सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए। सुरक्षा गार्ड्स की तैनाती भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। डमटाल पुलिस ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू की है। पुलिस ने गऊशाला कर्मचारियों और आसपास के निवासियों से पूछताछ की है। घटनास्थल से सबूत एकत्र किए गए हैं। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके का मुआयना किया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर ली जाएगी। वे इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे। पुलिस ने लोगों से सहयोग की अपील की है।

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