न्यूज अपडेट्स
कांगड़ा, 30 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश की HRTC बसें अपने जज्बे के लिए जानी जाती हैं। मुश्किल से मुश्किल रास्ता हो, HRTC हर जगह पहुंच जाती है लेकिन दुख की बात है कि बार-बार जमीन पर दिखती कमियों के कारण HRTC सर्विस का नाम खराब हो रहा है। ताजा मामला कांगड़ा जिले से सामने आया है जब HRTC बस एक स्टॉप पर सवारियों को लेने के लिए रूकी तो बस का इलेक्ट्रिक दरवाजा खुल ही नहीं पाया। ऐसे में बस बिना सवारियों को चढ़ाए आगे निकल गई। इस घटना से यात्रियों में भारी रोष व्याप्त हुआ है।
HRTC बसों में बढ़ रहीं तकनीकी खामियां
HRTC बसों में आए दिन तरह-तरह की तकनीकी खराबियां देखने को मिल रही हैं। ये घटनाएं घटने के बजाय बढ़ती जा रही हैं जिससे बस से सफर करने वाले लोगों को आय दिन कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
जब नहीं खुला HRTC बस का दरवाजा
बुधवार को कांगड़ा जिले के देहरा उपमंडल के ढलिायरा में HRTC सर्विस की असलियत तब सामने आई जब धर्मशाला से कालका जा रही HRTC बस का दरवाजा ही नहीं खुल पाया। फिर बस ड्राइवर बिना सवारी चढ़ाए ही आगे निकल गया।
बार-बार कोशिश करने पर भी सिस्टम फेल
गौरतलब है कि बस ढलियारा में सवारियों को चढ़ाने के लिए संबंधित स्टॉप पर रुकी लेकिन जैसे ही ड्राइवर ने बस का इलेक्ट्रिक दरवाजा खोलने के लिए स्विच दबाया तो दरवाजा खुला ही नहीं। लगातार प्रयास करने के बाद भी सिस्टम काम नहीं कर पाया।
बिना सवारी चढ़ाए ही आगे बढ़ानी पड़ी बस
लाख कोशिशों के बाद जब दरवाजा खुला ही नहीं तो ड्राइवर को मजबूरन बिना किसी सवारी को चढ़ाए ही बस को आगे ले जाना पड़ा। वहीं इस घटना के बाद मौजूद यात्रियों में भारी नाराजगी देखने को मिली।
यात्रियों ने गिनवाई HRTC बसों की खामियां
कुछ यात्री नालागढ़ जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे लेकिन दरवाजा ना खुलने से वे लोग बस में चढ़ ही नहीं पाए। फिर उन्हें अगली बस का इंतजार करना पड़ा। यात्रियों ने HRTC बसों की खामियों को गिनवाते हुए अपनी समस्याएं बताई।
यात्री बोले- बीच रास्ते में खराब हो जाती बसें
यात्री बोले कि HRTC बसों की हालत दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। कई बार बसें बीच रास्ते में फंस जाती हैं। वहीं लोकल लोगों का कहना है कि HRTC की कई बसें बिना तकनीकी जांच के ही लंबी दूरी के रूटों पर भेज दी जाती हैं।
शिकायत पर विभाग ने दिए जांच के आदेश
मामले में HRTC निदेशक ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी मिली है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं। वे बोले कि लंबी दूरी की बसों की तकनीकी जांच अब क्षेत्रीय प्रबंधक खुद करेंगे ताकि यात्रियों का विश्वास बना रहे व भविष्य में इस तरह की असुविधा ना हो।
