न्यूज अपडेट्स
नूरपुर, 26 अक्तूबर। पुलिस जिला नूरपुर में नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। उपमंडल इंदौरा के भदरोया गांव में चार कुख्यात नशा तस्करों के दो अवैध मकानों को जेसीबी की मदद से गिरा दिया गया, जबकि दो अन्य मकानों को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया।
यह कार्रवाई डिप्टी एसपी इंदौरा संजीव कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस की क्यूआरटी और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में की गई। प्रशासन ने यह कदम सक्षम प्राधिकारी के आदेश के तहत उठाया, जो पुलिस की “नशे के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस”नीति की दृढ़ता को दर्शाता है।
एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि यह कार्रवाई उन चार नशा तस्करों—सोनिया पत्नी नरेंद्र कुमार, परमजीत उर्फ गोशा पत्नी अजय, दीपक राज उर्फ दीपा पुत्र मनोहर लाल और बुआ दास पुत्र जगदीश राज, सभी निवासी गांव भदरोया—के विरुद्ध की गई है, जो लंबे समय से नशे के कारोबार में संलिप्त थे।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इन आरोपियों ने नशा तस्करी से अर्जित धन से सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मकान बनाकर कब्जा किया हुआ था। राजस्व विभाग की निशानदेही में यह पुष्टि होने के बाद, सहायक समाहर्त्ता द्वितीय श्रेणी ने हिमाचल प्रदेश भू-राजस्व अधिनियम, 1954 की धारा 163 और भूमि अभिलेख नियमावली, 1992 के पैरा 13.15 के अंतर्गत बेदखली वारंट जारी किए। इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई कर इन अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया।
सोनिया पर 9 मामले दर्ज
आरोपी सोनिया पर हिमाचल और पंजाब में नशा तस्करी के कुल 9 मामले दर्ज हैं। इनमें वर्ष 2017 से 2025 के बीच कई बार हैरोइन के साथ पकड़े जाने के मामले शामिल हैं।
परमजीत पर 7 मामले
इसी तरह परमजीत उर्फ गोशा पर 7 नशा तस्करी के मामले दर्ज हैं, जिनमें नकदी व हैरोइन की जब्ती की घटनाएं शामिल हैं।
दीपक और बुआ दास पर 4-4 मामले
दीपक राज और बुआ दास के विरुद्ध भी 4-4 मामले दर्ज हैं। इनमें हैरोइन व प्रतिबंधित कैप्सूल की बरामदगी के मामले शामिल हैं। बुआ दास का बेटा रोहित भी 1 किलो से अधिक हैरोइन और करोड़ों रुपए की नकदी सहित पकड़ा जा चुका है।
एसपी अशोक रत्न ने कहा कि नशा तस्करी से अर्जित अवैध संपत्तियों पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी और ऐसे तस्करों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह मुहिम आगे भी निरंतर जारी रहेगी।
