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शिमला, 09 अक्टूबर। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए घोषणा की कि अगले शैक्षणिक सत्र से प्रदेशभर में प्रथम चरण में 100 स्कूल CBSE पैटर्न पर संचालित किए जाएंगे। उन्होंने विभाग को इस संबंध में सभी तैयारियां तय समय सीमा के भीतर पूरी करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन CBSE पैटर्न वाले स्कूलों की पहचान भवनों के अलग रंग और विद्यार्थियों की अलग वर्दी से होगी। इन स्कूलों में स्मार्ट कक्षाओं के साथ-साथ मैस की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी, ताकि विद्यार्थियों को पौष्टिक भोजन मिल सके।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि अब तक 86 स्कूलों की पहचान की जा चुकी है जो CBSE मानकों पर खरे उतरते हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि शेष स्कूलों में भी जल्द से जल्द CBSE के सभी मापदंड पूरे किए जाएं।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार गुणात्मक शिक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत है और इस दिशा में धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अध्यापकों के रिक्त पदों को भरा जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप हिमाचल प्रदेश गुणात्मक शिक्षा में देश में 21वें स्थान से बढ़कर अब 5वें स्थान पर पहुंच गया है।
बैठक में मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों की प्रगति की भी समीक्षा की और अधिकारियों को निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में खेलकूद गतिविधियों और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए बेहतर कैम्पस तैयार किए जा रहे हैं, जो शिक्षा क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि हर जिले में स्टेट ऑफ द आर्ट कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के साथ-साथ सह-पाठयक्रम गतिविधियों के अवसर भी मिल सकें।
इस बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत शर्मा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
