न्यूज अपडेट्स
शिमला, 28 सितंबर। हिमाचल प्रदेश में इन दिनों छात्र संघ चुनाव को एक बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है। क्योंकि ये कोई आज की डिमांड नहीं बल्कि बहुत पुरानी मांग है कि हिमाचल प्रदेश में छात्र संघ चुनाव को फिर से बहाल करवाया जाए। मगर सरकारें आ रही हैं और जा रही हैं, लेकिन इतनी महत्वपूर्ण मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रहा।
ऐसे में आज इस बात को लेकर राजधानी शिमला में स्थित हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रांगण में भारी बवाल देखने को मिला। जहां छात्र संगठन SFI के कार्यकर्ताओं ने शिमला के स्थानीय विधायक और विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद के सदस्य हरीश जनारथा का घेराव कर लिया।
हरीश जनारथा गो बैक के नारे लगे
ख़बरों के अनुसार विधायक हरीश जनारथा कार्यकारी परिषद की बैठक में शामिल होने जा रहे थे। इसी दौरान ये बवाल खड़ा हुआ और छात्र हरीश जनारथा गो बैक के नारे लगाने लगे, जिसके बाद बीच बचाव करने के लिए पुलिस को भी इसमें हस्तक्षेप करना पड़ गया। बताया जा रहा है कि इस कारण से SFI कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई, जिसमें कुछ छात्र कार्यकर्ताओं को चोटें भी लगी हैं।
इस वजह से झेलना पड़ा विधायक को विरोध
आपको बता दें कि पिछले 7-8 सालों से हिमाचल प्रदेश में छात्र संघ चुनाव पर बैन लगा हुआ है। ऐसे में अब छात्र इन चुनावों की बहाली हर हाल में चाहते हैं। अभी हाल ही में हुए विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने भी छात्र संघ चुनाव को बहाल करने की मांग को सदन में उठाया था। मगर उस वक्त शिमला से कांग्रेस के विधायक हरीश जनारथा ने इस बाता का विरोध किया था। ऐसे में माना जा रहा है कि इसी वजह से छात्र संगठन उनपर भड़के हुए थे और आज जनारथा विश्वविद्यालय पहुंचे तो उन्हें छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ गया।
टीचर भी अनशन कर रहे हैं- जानें क्यों
वहीं, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में चल रही इस कार्यकारी परिषद की बैठक के दौरान एक और अनोखा नजारा देखने को मिल रहा है। हिमाचल प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ के लोग कुलपति कार्यालय के बाहर ही अपनी मांगों को लेकर 24 घंटे से क्रमिक अनशन कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज इन शिक्षकों ने ईसी सदस्यों के सामने अपने सीने पर काले झंडे पहनकर विरोध भी जताया।