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घुमारवीं, 13 सितंबर। नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि घुमारवीं औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) को जल्द ही अपना भवन उपलब्ध होगा। भवन निर्माण के लिए प्रदेश सरकार ने प्रारंभिक तौर पर 6 करोड़ रुपये की धनराशि भवन निर्माण एजेंसी हिमुडा को जारी कर दी है। शेष धनराशि भी चरणबद्ध तरीके से उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि आईटीआई भवन निर्माण पर लगभग 15 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। भवन उपलब्ध हो जाने पर प्रशिक्षणार्थियों को और बेहतर तकनीकी प्रशिक्षण की सुविधा मिल सकेगी।
मंत्री ने यह भी कहा कि भराड़ी आईटीआई के भवन निर्माण के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन उपलब्ध होते ही इसके लिए भी समुचित धनराशि जारी कर एक भव्य भवन तैयार किया जाएगा ताकि युवाओं को घर के पास ही गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण मिल सके।
राजेश धर्माणी शनिवार को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह, घुमारवीं में जन समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जनता की शिकायतों का समयबद्ध निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार ने सेवाओं को कुशलता, पारदर्शिता और सीधे लोगों तक पहुंचाने के लिए डिजिटल तकनीक का व्यापक उपयोग सुनिश्चित किया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राजस्व विभाग सहित 315 सेवाएं ‘हिमाचल ऑनलाइन सेवा (ई-डिस्ट्रिक्ट) पोर्टल’ पर उपलब्ध हैं, जिनसे लोग घर बैठे लाभ उठा रहे हैं।
साथ ही, नागरिक शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प (एमएमएसएस) हेल्पलाइन 1100 प्रभावी मंच के रूप में काम कर रही है। इससे न केवल समय और धन की बचत हो रही है, बल्कि सरकारी सेवाओं का लाभ भी समयबद्ध तरीके से मिल रहा है।
मंत्री ने कहा कि सरकार ने अपने सेवाकाल में विभागीय सेवाओं का डिजिटलीकरण किया है ताकि लोगों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कदम सरकार की नागरिकों को समयबद्ध और प्रभावी सेवाएं उपलब्ध करवाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
