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मंडी, 24 सितंबर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर कौल सिंह ने पार्टी संगठन की स्थिति को लेकर चिंता जताई है। मंडी में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पार्टी में केवल एक अध्यक्ष हैं। ब्लॉक स्तर से लेकर अन्य स्तरों तक कोई पदाधिकारी नहीं हैं। इस स्थिति का आगामी पंचायत चुनावों पर बुरा असर पड़ सकता है। कार्यकर्ता असमंजस की स्थिति में हैं और चुनावी तैयारियां प्रभावित हो रही हैं।
कौल सिंह ने पार्टी हाईकमान से जल्द से जल्द कार्यकारिणी गठित करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तर पर कोई बैठकें नहीं हो पा रही हैं। क्योंकि बैठकों की अध्यक्षता करने वाला कोई पदाधिकारी नहीं है। पंचायत चुनावों में ब्लॉक स्तर की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। संगठनात्मक शून्यता के कारण पार्टी का कामकाज ठप पड़ा हुआ है।
आपदा प्रबंधन पर सरकार पर सवाल
उन्होंने हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा का जिक्र करते हुए राज्य सरकार पर सवाल उठाए। कौल सिंह ने दावा किया कि मंडी जिले में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले में 19 स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं में 52 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 29 लोग अभी भी लापता हैं। सैकड़ों घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं।
धर्मपुर के बस अड्डे के बारे में उन्होंने कहा कि यह तीसरी बार बह गया है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने शुरू से ही इस स्थान को अनुपयुक्त बताया था। उन्होंने पर्यावरण में हो रहे बदलावों की वैज्ञानिक जांच की मांग की। इससे भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचाव के उपाय किए जा सकेंगे।
राहत राशि के वितरण पर जोर
कौल सिंह ने प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये की राहत राशि के लिए आभार जताया। लेकिन साथ ही उन्होंने इस राशि के निष्पक्ष वितरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राहत राशि के आवंटन में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए। सभी प्रभावितों को उनके नुकसान के अनुपात में सहायता मिलनी चाहिए।
उन्होंने मंडी की पेयजल योजना के स्रोत की स्थिति पर भी सवाल उठाए। कौल सिंह ने कहा कि ऊहल नदी पर बनी इस योजना का स्रोत भी गलत जगह स्थित है। उन्होंने कहा कि द्रंग क्षेत्र में आपदा के बाद सांसद और मंत्रियों का न पहुंचना लोगों को निराश कर रहा है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी लगातार क्षेत्र का दौरा कर रिपोर्ट ले रहे हैं।