न्यूज अपडेट्स
शिमला, 18 सितम्बर। हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित विमल नेगी मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की जांच में नया खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, CBI ने पाया है कि विमल नेगी की पेनड्राइव को शिमला के थाना सदर में फॉर्मेट किया गया था।
जांच एजेंसी का मानना है कि इस पेनड्राइव में मामले से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य मौजूद हो सकते थे, लेकिन फॉर्मेट किए जाने के कारण अब डेटा रिकवरी की कोशिशें की जा रही हैं। पेनड्राइव को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर इसे थाना स्तर पर क्यों और किन परिस्थितियों में फॉर्मेट किया गया।
CBI की टीम इस पूरे घटनाक्रम की गहनता से जांच कर रही है और इसमें संलिप्त पुलिस कर्मियों की भूमिका भी खंगाली जा रही है। इस खुलासे के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है और न्याय की उम्मीद लगाए बैठे परिजनों व आमजन में भी चर्चा तेज हो गई है।
