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शिमला, 19 सितंबर। हिमाचल प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी और आधुनिक तकनीक के क्षेत्र में नए आयाम जुड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) और डाटा साइंस जैसे न्यू एज कोर्स शुरू करने के साथ-साथ युवाओं को ड्रोन प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षित कर रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर सृजित करने की दिशा में बड़ी पहल की है।
प्रदेश सरकार ने बताया कि वर्ष 2024-25 में राज्य के 243 युवाओं ने ड्रोन से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त किया है। कृषि, आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवाओं में ड्रोन की अहम भूमिका को देखते हुए हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा जिलों में ड्रोन स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, इस वित्त वर्ष के दौरान ड्रोन टैक्सी सेवाएं शुरू करने की योजना पर भी काम चल रहा है, जिससे सुदूर क्षेत्रों में कृषि उत्पाद और दवाइयां आसानी से पहुंचाई जा सकेंगी।
युवाओं के कौशल उन्नयन को ध्यान में रखते हुए सरकार ने जिला कांगड़ा के नगरोटा बगवां स्थित राजीव गांधी राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय में एआई और डाटा साइंस कोर्स, शिमला के प्रगति नगर में अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में सिविल इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स और मंडी के राजकीय पॉलिटेक्निकल सुन्दरनगर में कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग (एआई एंड मशीन लर्निंग) डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की स्वीकृति प्रदान की है। इन पाठ्यक्रमों के लिए आवश्यक स्टाफ भी उपलब्ध करवाया जाएगा।
नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार दो करोड़ रुपये का इनोवेशन फंड स्थापित कर रही है। इसके अतिरिक्त, बिलासपुर जिले के घुमारवीं में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) और सेल्फ-फाइनेंसिंग आधार पर डिजिटल यूनिवर्सिटी ऑफ इनोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप, स्किल एंड वोकेशनल स्टडीज की स्थापना होगी।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के लिए आईटी क्षेत्र में नए अवसर खोल रही है। इन पहलों से हिमाचल प्रदेश भविष्य में देश का आईटी हब बनकर उभरेगा।
