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घुमारवीं (बिलासपुर), 19 सितंबर। नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि भारी बरसात के कारण जिला बिलासपुर में अब तक लगभग 186 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है, जिसे लगभग 123 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जलशक्ति विभाग को 42 करोड़ और बिजली बोर्ड को करीब 79 लाख रुपये का नुकसान आंका गया है। बरसात से लोक निर्माण विभाग की 25 सड़कें अवरुद्ध हो गई थीं, जिनमें से अधिकांश को बहाल कर दिया गया है जबकि शेष सड़कों को जल्द खोलने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि जलशक्ति विभाग की कुल 1019 परियोजनाएं प्रभावित हुई थीं, जिनमें से केवल 42 परियोजनाओं की बहाली का कार्य शेष है। इसी तरह 246 विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई थी। इसके अलावा जिला में 22 पक्के और 55 कच्चे घर पूरी तरह नष्ट हुए हैं, जबकि 522 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस नुकसान का आकलन लगभग साढ़े नौ करोड़ रुपये किया गया है। प्रभावित परिवारों को फौरी राहत के तौर पर अब तक लाखों रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि बरसात से 710 गौशालाएं, स्टोर और दुकानें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। इनसे लगभग 9.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सरकार ने प्रभावितों को तुरंत राहत उपलब्ध करवाने के लिए अब तक लगभग साढ़े पांच लाख रुपये की फौरी सहायता और 1045 तिरपाल वितरित किए हैं। जिले में कुल आठ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें 24 परिवारों के 102 लोगों को आश्रय दिया गया है। इसके अलावा 104 परिवारों के 466 लोगों को किराये के मकान उपलब्ध करवाए गए हैं।
राजेश धर्माणी ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रदेश सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव सहायता दी जा रही है ताकि लोगों को जल्द राहत मिल सके।
