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शिमला, 04 सितंबर। हिमाचल प्रदेश में लाहौल स्पीति के केलांग बिजली मंडल के एक्सईएन विजय कुमार ने डीसी किरण भड़ाना पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दो दिन पहले ही एक्सईएन विजय कुमार को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड किया गया था. हालांकि, अब विजय कुमार ने बिजली विभाग के एमडी को पत्र लिखा है, जिसमें डीसी पर कई आरोप जड़े हैं.
डीसी किरण भड़ाना ने आरोपों से इंकार किया और कहा कि एक्सईएन ने दफ्तर में उनके साथ बदसूलकी की और वह आपदा के समय ड्यूटी पर नहीं आए थे और बिना मुझे जानकारी दिए भी छुट्टी पर गए थे. उन्होंने विभाग को रिपोर्ट भेजी थी और वहीं से एक्सईएन को सस्पेंड किया गया है. दरअसल, बिजली विभाग के एमडी को लिखे पत्र में विजय कुमार ने कहा कि वह बीते 12 साल से नौकरी कर रहे हैं. हालांकि, बीते कुछ महीनों से डीसी लाहौल स्पीति उनके साथ बदसलूकी कर रही हैं और इसकी वजह से वह मानसिक रूप से तनाव में हैं. विजय कुमार ने पत्र में आरोप लगाया है कि डीसी महोदया का रवैया सहयोगपूर्ण नहीं रहा और समय के साथ उनका व्यवहार मेरे प्रति और अधिक अपमानजनक और असम्मानजनक होता गया.
हाल ही की घटना का किया जिक्र
विजय ने पत्र में लिखा कि 14 अगस्त को को जनजातीय मेला-2025 प्रदर्शनी के दौरान डीसी किरण भड़ाना ने बिना किसी उचित कारण के मुझे, मेरे विभागीय कर्मचारियों और सेवानिवृत्त उपनिदेशक (पीआर) अनुराग पराशर के सामने डांटा और अपमानित किया. हालांकि, उन्होंने सयंम दिखाया. विजय का आरोप है कि इसी प्रकार का अपमानजनक व्यवहार मुझे समय-समय पर डीसी कार्यालय में आयोजित आधिकारिक बैठकों में भी झेलना पड़ा है.
विजय ने बताया कि उन्होंने छुट्टी ली थी
विजय़ ने बताया कि डीसी के अपमानजनक व्यवहार की मूल वजह मेरी अर्जित अवकाश की अर्जी रही. उन्होंने 18 अगस्त से से 20 सितंबर ((कुल 34 दिन)) के लिए तक लीव का आवेदन किया था और यह आवेदन 02 जुलाई को विभाग को भेजा था और इसकी एक प्रति उन्होंने डीसी लाहौल स्पीति को भी भेजी थी. विजय कहते हैं कि यह अवकाश सक्षम अधिकारी की तरफ से मंजूर कर लिया गया था और फिर मैंने इसकी सूचना डीसी को पत्र के जरिये भी दी थी. ऐसे में लगता है कि मेरी अवकाश सूचना डीसी को रास नहीं आई और तभी से उनका व्यवहार मेरे प्रति और आक्रामक और असम्मानजनक हो गया.
विजय ने पत्र में बताया कि हाल ही में आई भीषण आपदा के चलते, उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार मैंने 28 अगस्त को पुनः कार्यभार ग्रहण कर लिया और मनाली में मुख्य 33 केवी फीडर प्रीणी, पलचान और धुंधी आपदा के कारण गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए तो उन्होंने थिरोट पावर हाउस से सीमित बिजली उपलब्ध होने के बावजूद लाहौल में बिजली आपूर्ति व्यवस्था बनाए रखने का हर संभव प्रयास किया.
दो तारीख को दफ्तर में किया प्रताड़ित
एक्सईएन विजय कुमार ने आरोप लगाया कि दो सितंबर 2025 को डीसी ने मुझे अपने कार्यालय बुलाया और जैसे ही मैंने उनके कार्यालय में प्रवेश किया तो उन्होंने मुझे अपने कक्ष के बाहर खड़े रहने का निर्देश दिया. मैं लगभग 10 मिनट तक बाहर खड़ा रहा और जब मुझे भीतर नहीं बुलाया गया, तो फिर में अपने दफ्तर लौट गया. हालांकि, लगभग एक घंटे बाद मुझे दोबारा बुलाया गया. विजय बताते हैं कि मैं जब उनके कक्ष में गया तो उन्होंने बदसलूकी करते हुए कहा कि जब उन्हें बाहर खड़े रहने के लिए कहा गया था तो वह, वहां से क्यों चले गए. उन्होंने कहा कि घटना के दौरान जिला कृषि अधिकारी मुंशी राम और सहायक पंजीयक सहकारी समिति अधिकारी अखिल की मौजूदगी में घटी. उन्होंने यह भी दावा किया कि डीसी कार्यालय कक्ष में स्थापित सीसीटीवी कैमरों में भी यह घटना रिकॉर्ड हुई होगी, जिसे प्रमाण स्वरूप देखा जा सकता है. विजय ने अंत में लिखा कि इस घटना से वह अत्यधिक मानसिक पीड़ा में हैं. उन्होंने अपने पत्र की प्रतिलिपि विधायक अनुराधा राणा, बिजली मंत्री, सहित विभाग के शीर्ष अधिकारियों को भी लिखी है.
डीसी ने बताया अफसर का रवैया अच्छा नहीं
किरण भड़ाना से बात होने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने नहीं, विभाग ने एक्सईएन को सस्पेंड किया है. उन्होंने बिजली विभाग को रिपोर्ट भेजी थी. वह कहती हैं कि एक्सईएन ने सस्पेंशन के बाद सहानुभूति हासिल करने के लिए आरोप लगाए हैं. सस्पेंशन के कारणों को लेकर डीसी ने बताया कि एक्सईएन विजय कुमार 40 दिन की छुट्टी पर मेरी अनुमति के बिना गए थे और इसलिए इन्हें सस्पेंड किया गया है. उन्होंने कहा कि एक्सईएन को मेरे जरिये छुट्टी का आवेदन करना चाहिए था.
पहले के डीसी से भी व्यवहार अच्छा नहीं
उन्होंने कहा कि एक्सईएन को जब ज्वाइन करने के लिए कहा कि तो मेरे दफ्तर में इन्होंने दफ्तर में बदतमीजी की. वह कहती हैं कि एक्सईएन विजय कुमार ने लाहौल स्पीति के पिछले डीसी के साथ भी बदतमीजी की थी. वह कहती हैं कि क्योंकि में पूरे जिले की प्रमुख हूं और ऐसे में मेरे पास सस्पेंशन की पावर है. लेकिन फिर भी उन्होंने ऐसा नहीं किया और विभाग को रिपोर्ट भेजी और वहीं से सस्पेंशन ऑर्डर जारी हुए हैं. किरण भड़ाना कहती हैं कि एक्सईएन ने मीटिंग में बदसलूकी से बातचीत करते हुए कहा कि वह किसी मीटिंग में नहीं आएगा, जो करना है…कर लो. वह कहती हैं कि उनका फोकस अपने काम पर है और आपदा में लोगों को राहत पहुंचाना है. गौरतलब है कि न्यूज अपडेट्स नेटवर्क के पास विजय कुमार की एमडी को लिखी चिट्टी मौजूद है.