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ऊना, 02 अगस्त। हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे में बारिश ने कहर बरपाया है। कई शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। कई घरों में पानी भर गया है, नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पुलिया बह गई है और कई गाड़ियां जल में समाधि के चुकी है।
ऊना शहर पानी में समाया
पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के बीच प्रदेश के कई जिलों के हालात खराब है। ऊना में इससे पहले साल 2011 में 342 मिमी बारिश हुई थी। अब 13 साल बाद यह दूसरी सबसे भारी बारिश मानी जा रही है। बारिश का दौर रात 3 बजे शुरू हुआ और सुबह 9 बजे थमा, तब तक पूरा शहर पानी में समा चुका था।
सड़कों से गुजरना हुआ मुश्किल
ऊना शहर में पुलिया के पास जमा हुए पानी के कारण लोगों को ऑफिस जाने में परेशानी हुई। वहीं स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने आज ऊना के स्कूलों में अवकाश घोषित किया है। वहीं, जरूरी काम से जाने वाले लोगों के लिए सफर खतरे से खाली नहीं रहा। लोग पानी के बीचो-बीच अपने वाहन निकालते नजर आए। कमर तक पानी भरा नजर आ रहा था।
मंडी और कुल्लू में भी तबाही
ऊना के अलावा मंडी और कुल्लू जिले से भी नुकसान की खबरें सामने आई हैं। मंडी के थलौट में एक घर के पीछे की पहाड़ी से चट्टान गिरने से उत्तम राम का घर पलभर में ध्वस्त हो गया। इस हादसे ने इलाके को हिला दिया। वहीं, कुल्लू की मलाणा नदी पर बना बांध और वहां निर्माणाधीन मशीनें तेज बहाव में बह गईं।
फोरलेन एक बार फिर बंद, सुबह बहाल
मंडी में चंडीगढ़-मनाली फोरलेन एक बार फिर भूस्खलन के कारण कैंची मोड़ के पास बंद हो गया। रात को मार्ग अवरुद्ध रहा, जिसे सुबह 9 बजे दोबारा बहाल कर दिया गया।
मौसम विभाग का यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने शनिवार को बिलासपुर, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में यलो अलर्ट जारी किया है। अगले दो दिनों में चंबा, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
अगस्त-सितंबर में सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान
आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार, किन्नौर, लाहौल-स्पीति को छोड़कर बाकी जिलों में अगस्त और सितंबर दोनों महीनों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। यह अनुमान आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर बना सकता है।