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मंडी, 10 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में 30 जून 2025 को आई भीषण आपदा में 11 महीने की नीतिका ने अपने माता-पिता और दादी को खो दिया। जिला प्रशासन ने बच्ची के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए त्वरित कदम उठाए। उपायुक्त मंडी को नीतिका का संरक्षक नियुक्त किया गया है। एसडीएम बल्ह स्मृतिका नेगी ने बच्ची के लिए दो बैंक खाते खुलवाए, ताकि उसकी मदद के लिए आने वाली राशि सुरक्षित रहे।
नीतिका की मदद के लिए प्रशासन की पहल
मंडी के तलवारा गांव में ढगफुटी ने नीतिका के परिवार को छीन लिया। उसके पिता रमेश कुमार का शव मिला, जबकि मां और दादी लापता हैं। एसडीएम स्मृतिका नेगी ने बच्ची की स्थिति को गंभीरता से लिया। उन्होंने नीतिका के लिए दो बैंक खाते खुलवाए। जिला प्रशासन ने उपायुक्त को संरक्षक बनाया। यह कदम बच्ची के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
बैंक खातों में जमा होगी राहत राशि
नीतिका के लिए खोले गए खातों में प्रशासन की राहत राशि जमा होगी। पहले दो महीनों में आने वाली सभी सहायता राशि को एफडी में बदला जाएगा। बच्ची के 18 साल पूरे होने पर उपायुक्त के हस्ताक्षर से ही राशि निकाली जा सकेगी। यह व्यवस्था नीतिका की शिक्षा और कल्याण के लिए बनाई गई है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी भी खातों की निगरानी करेंगे।
नीतिका के लिए दो बैंक खाते
एसडीएम स्मृतिका नेगी ने बताया कि नीतिका का एक खाता हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक में खोला गया है, जिसका नंबर 31710129093 है। इसका आईएफएससी कोड HPSC0000317 है। दूसरा खाता पंजाब नेशनल बैंक में है, जिसका नंबर 0311000109067745 और आईएफएससी कोड PUNB0031100 है। उन्होंने लोगों से बच्ची की मदद के लिए आगे आने की अपील की। नीतिका अभी अपनी बुआ के पास है।
प्रशासन का संवेदनशील रवैया
हिमाचल आपदा ने कई परिवारों को उजाड़ दिया, लेकिन नीतिका की कहानी ने सबका ध्यान खींचा। जिला प्रशासन की यह पहल बच्ची के लिए नई उम्मीद लेकर आई है। उपायुक्त और बाल संरक्षण अधिकारी मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि नीतिका को आर्थिक और भावनात्मक सहारा मिले। यह कदम आपदा प्रभावित बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक मिसाल है।