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शिमला, 03 जुलाई। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश पथ परिवहन निगम को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य चला हुआ है। ढाई साल पहले प्रदेश में सरकार व्यवस्था परिवर्तन का वादा करके आई है। अब उस वादे के अनुसार कार्य चला हुआ है। बुधवार देर शाम हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कंडाघाट के क्यारीघाट स्थित पर्यटन विकास निगम के होटल से एचआरटीसी की 24 नई वोल्वो बसों को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल व हिमाचल विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार भी मौजूद रहे। सबसे पहले चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट बच्चों को भी इन बसों में घुमाया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास में पहली बार हुआ है कि हर साल में हर साल एचआरटीसी को 1000 करोड़ रुपये दिया जा रहा है। हर माह 60 करोड़ रुपये ग्रांट के रूप में सरकार एचआरटीसी को दे रही हैं। यह पहली बार हुआ है कि 2 साल में इतनी बसों की खरीद हुई है। सुक्खू ने कहा कि प्रदेश का हर कोना सड़कों से जुड़ा है ऐसे में उस सड़क पर एचआरटीसी बसें जा रही हैं। एचआरटीसी भविष्य में लाभ कमाएं इसके लिए कार्य किया जा रहा है। प्रदेश आत्मनिर्भर बने इसके लिए सभी विभाग भी कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट विभाग में भी व्यवस्था परिवर्तन हुआ है।
भाजपा पर किया पलटवार
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय मे एचआरटीसी लाभ कमाएगी। उन्होंने भाजपा के किराया बढ़ाने वाले प्रश्न पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है। लोगों को को राहत पहुंचने के लिए कार्य किया है।भाजपा ने सिर्फ सत्ता सुख भोगने के लिए राजनीति कर रही है।
भविष्य में चलेगी हाइड्रोजन युक्त बसें
हिमाचल को हरित प्रदेश बनाने का कार्य किया जा रहा है। आगामी दिनों में हाइड्रोजन युक्त बसें चलाई जाने का भी फैसला लिया है।
प्रदेश में आलोचनाओं से हटकर हो रहा काम: मुकेश
पथ परिवहन निगम में की 24 नई वॉल्वो बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में सरकार आलोचनाओं से हटकर कार्य कर रही है। सरकार विपक्ष द्वारा की जा रही टिप्पणियों को न देख विकास कार्य मे जुटी है। अभी 24 वॉल्वो बसों को निगम में जोड़ा है। ये बसें अत्याधुनिक तरीके से बनाई गई है। लोगों को बेहतर सुविधा मिले इसके लिए कार्य किया जा रहा है। एचआरटीसी हिमाचल प्रदेश की लाइफलाइन है। उन्होंने हिमाचल वासियों से आग्रह किया है कि वे सभी एचआरटीसी के साथी बनें। उन्होंने कहा कि इससे पहले सवा 200 बसें इसे पहले हिमाचल प्रदेश में लेकर आये थे। अब प्रदेश की स्थिति को देखते हुए छोटी बड़ी बसें और गाड़ियां टेंपो ट्रेवलर लेकर भी सरकार आ रही है। ग्रामीण स्तर तक लोगों को इनसे सुविधाएं प्रदान की जाएगी।